अहमदाबाद
भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मुकाबले में 142 रनों की शानदार जीत दर्ज की। इस जीत में युवा बल्लेबाज शुभमन गिल के शतक ने अहम भूमिका निभाई। भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने मैच के बाद गिल की जमकर तारीफ की और युवा खिलाड़ियों को निरंतर समर्थन देने की जरूरत पर जोर दिया। गिल ने ऑस्ट्रेलिया दौरे की खराब फॉर्म को पीछे छोड़ते हुए इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में जबरदस्त वापसी की। उन्होंने तीन मैचों में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी उपयोगिता साबित की। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पांच पारियों में मात्र 93 रन बनाने वाले गिल ने अहमदाबाद में अपने शतक से आलोचकों को करारा जवाब दिया।
गंभीर ने गिल की प्रशंसा करते हुए कहा, “वह अभी भी युवा बल्लेबाज है और उसमें सभी प्रारूपों में सफल होने की क्षमता है। टेस्ट क्रिकेट कठिन होता है, लेकिन उसने वहां भी अच्छा प्रदर्शन किया है। हमें हर पारी के बाद किसी युवा खिलाड़ी का मूल्यांकन करने की बजाय उन्हें निरंतर समर्थन देना चाहिए। अगर हम ऐसा करेंगे, तो भारतीय क्रिकेट का भविष्य बेहद उज्ज्वल होगा।”
श्रेयस अय्यर ने भी इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला में महत्वपूर्ण पारियां खेलीं। विराट कोहली की अनुपस्थिति के कारण पहले मैच के लिए टीम में शामिल किए गए अय्यर को लेकर गंभीर ने स्पष्ट किया कि उन्हें पूरे दौरे में मौका दिया जाना तय था। गंभीर ने कहा, “श्रेयस को बेंच पर नहीं बैठाया जाना चाहिए था। हमने पहले मैच में यशस्वी जायसवाल को मौका देना चाहा क्योंकि वह ऑस्ट्रेलिया में बेहतरीन फॉर्म में थे। लेकिन हमें पता था कि श्रेयस मध्यक्रम में हमारे लिए एक अहम खिलाड़ी साबित होंगे।”
टीम इंडिया को चैंपियंस ट्रॉफी से पहले बड़ा झटका लगा जब तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पीठ की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए। हालांकि, भारतीय गेंदबाजों ने इंग्लैंड के खिलाफ प्रभावी प्रदर्शन किया। गंभीर ने कहा, “हर्षित राणा और अर्शदीप सिंह ने बेहतरीन गेंदबाजी की। बुमराह की कमी जरूर महसूस होगी, लेकिन मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी गेंदबाज की मौजूदगी से टीम को फायदा होगा। किसी खिलाड़ी की अनुपस्थिति नए खिलाड़ियों के लिए बड़ा अवसर हो सकती है।”
भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए बांग्लादेश के खिलाफ पहले मैच में हर्षित राणा और वरुण चक्रवर्ती को 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया है। गंभीर ने इस फैसले के बारे में कहा, “वरुण को टीम में शामिल करने की वजह बीच के ओवरों में विकेट निकालने का विकल्प मजबूत करना है। वह विरोधी टीमों के लिए ‘एक्स-फैक्टर’ साबित हो सकते हैं, खासकर उन टीमों के लिए जिन्होंने उनके खिलाफ ज्यादा नहीं खेला है।” भारत अब चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों में जुट गया है, जहां टीम को युवा खिलाड़ियों से बड़े प्रदर्शन की उम्मीद होगी।