बदायूं डेस्क/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नें उत्तर प्रदेश के बदांयू जिले की जनता को संबोधित किया। अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी नें उत्तर प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। पीएम ने कहा जब अखिलेश जी बोलते है की काम बोलते जबकि प्रदेश का बच्चा बच्चा जानता की प्रदेश मे आपके कारनामे बोलते है।
मोदी बोले, “हिंदुस्तान के जितने जिले हैं, उसमें सबसे बुरे हाल जिन जिलों के हैं, ऐसे सबसे बुरे हाल वाले 100 जिलों में एक बदायूं का नाम है। यहां विकास नहीं,प्राथमिक सुविधाएं नहीं हैं। सारी बुराइयां सरकार में भरी पड़ी हैं। यूपी और काशी की जनता के आशीर्वाद से मुझे सांसद बनने का मौका मिला। आप सबका भरपूर सहयोग रहा। इसकी बदौलत दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनी और मुझे प्रधानमंत्री पद पर सेवा करने का मौका मिला। जब नेता का चुनाव हो रहा था संसद के सेंट्रल हॉल में। एनडीए के सांसदों ने मेरा नाम चुना। मैंने कहा था कि मेरी सरकार इतने भारी बहुमत से जीतने के बाद जो कुछ भी करेगी इस देश के गरीबों की भलाई के लिए करेगी।
सरकार बनने के बाद मैंने बिजली वालों को बुलाया और पूछा कि आजादी के 70 साल हो रहे हैं, मुझे बताओ कितने गांव ऐसे हैं, जहां बिजली नहीं पहुंची। अफसरों ने जवाब दिया कि ऐसे 18 हजार गांव हैं, जहां पर अभी तक बिजली ही नहीं गई। क्या आजादी के 70 साल के बाद भी हिन्दुस्तान के 18000 गांव अंधेरे में रहें। 18वीं शताब्दी में जीते हैं, इससे बड़ा कलंक क्या होगा। मैंने तुरंत अधिकारियों से कहा कि मुझे 18 हजार गांवों में बिजली पहुंचानी है। मेरा संकल्प था कि इन गावों से अंधेरा जाना चाहिए और उजाला आना चाहिए। मैंने करके दिखाया। जरा सपा-बसपा और कांग्रेस वाले बताएं कि ये उनका दायित्व नहीं था क्या।
यूपी में 1500 गांव ऐसे थे,जहां बिजली का खंभा तक नहीं था। लेकिन, मुलायम, मायावती, अखिलेश और एक कुनबे को जहां जाना, चले गए। आप लोग जहां थे, वहीं रह गए। अखिलेश यादव बोलते हैं कि काम बोलता है। यूपी का बच्चा-बच्चा जानता है कि आपका काम नहीं, आपके कारनामे बोलते हैं। बदायूं के 500 गांवों में हमारी सरकार ने बिजली पहुंचाई। हमारे काम में मदद करने वाले लोगों का मैं अभिनंदन करना चाहता हूं।
11 मार्च को चुनाव नतीजे आएंगे, यूपी में बीजेपी की सरकार बनेगा। हमने वादा किया है कि नौकरी में जिससे अन्याय हुआ है, उसकी जांच कराकर इंसाफ कराया जाएगा। वर्ग-3 और 4 की नौकरियां। सरकार में 90 फीसदी से ज्यादा इन्हीं लोगों का काम होता है। जब ऐसी 100 नौकरियां निकलती हैं तो लाख-दो लाख लोग एग्जाम देते हैं। कुछ लोग पास होते हैं और फिर कुछ का इंटरव्यू होता है। जिस लड़के का हुआ है,वो भटकता है कि इंटरव्यू में नाम आया है किसी की पहचान ढूंढ लें। बिचौलिए आते हैं और कहते हैं कि 2 लाख लगेगा, 3 लाख लगेगा। मां गहने बेच देती है, गरीब किसान अपना खेत भेज देता है। अखिलेश जी बताइए ये अत्याचार नहीं है तो क्या है।
भारत सरकार ने फैसला किया कि वर्ग 3 और 4 के लिए आपके एग्जाम का नतीजा कम्प्यूटर में डाल दिया जाएगा। पहले 100 कौन हैं पहले 1000 कौन हैं कम्प्यूटर तय करेगा और सीधे उनके घर चिट्ठी जाएगी। कोई इंटरव्यू नहीं होगा। अखिलेश जी से कहा मैंने कि आप भी लागू करो,तो बोले कि मैं नहीं कर सकता। यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद हम ऐसा नियम यहां लागू कर देंगे।