Bihar & Jharkhand, State

गिरिडीह स्टेशन पर साप्ताहिक ट्रेन में जगह न मिलने पर यात्रियों ने मचाया हंगामा

 
गिरिडीह

 न्यू गिरिडीह स्टेशन पर दिल्ली जाने वाली साप्ताहिक ट्रेन में जगह न मिलने पर यात्रियों ने हंगामा मचाया। यह घटना तब हुई जब गोड्डा से दिल्ली जाने वाली ट्रेन न्यू गिरिडीह स्टेशन पहुंची। ट्रेन में पहले से ही भीड़ होने के कारण कई यात्री चढ़ नहीं पाए, जिससे वे आक्रोशित हो गए और ट्रेन के आगे आ गए। पुलिस ने स्थिति को संभाला और ट्रेन को रवाना करवाया। इस भीड़ में कुंभ मेले जाने वाले और रिजर्वेशन वाले यात्री शामिल थे।

ट्रेन का डिब्बा नहीं खुल पाने के कारण हंगामा
गोड्डा से दिल्ली जाने वाली साप्ताहिक ट्रेन बुधवार को जब न्यू गिरिडीह स्टेशन पहुंची तो वहां पहले से ही हजारों यात्री मौजूद थे। सभी यात्री ट्रेन में चढ़ने के लिए बेताब थे, लेकिन ट्रेन पहले से ही खचाखच भरी हुई थी। इस वजह से कई डिब्बों के दरवाजे नहीं खुले और बहुत सारे यात्री ट्रेन में चढ़ नहीं पाए। जगह न मिलने से नाराज यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया और वे ट्रेन के आगे आ गए, जिससे ट्रेन रवाना नहीं हो पा रही थी।

पुलिस पहले से ही थी अलर्ट, भीड़ को ट्रैक से हटाया
इस स्थिति को देखते हुए पुलिस पहले से ही अलर्ट थी। एसडीपीओ सदर जितवाहन उरांव, मुफ्फसिल थाना प्रभारी श्याम प्रसाद, बेंगाबाद इंस्पेक्टर ममता कुमारी और पुलिस बल ने मौके पर पहुँचकर लोगों को समझाने की कोशिश की। पुलिस ने यात्रियों को आश्वासन दिया कि अगली ट्रेन में उन्हें जगह मिल जाएगी। काफी मशक्कत के बाद पुलिस यात्रियों को ट्रैक से हटाने में कामयाब रही और ट्रेन को स्टेशन से रवाना करवाया गया।

प्रयागराज और कई अन्य शहर जाने वाले यात्रियों को हुई परेशानी
इस हंगामे में कुंभ मेले जाने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या थी। इसके अलावा, कई यात्रियों ने अपने कामकाज के लिए ट्रेन में रिजर्वेशन करा रखा था। लेकिन ट्रेन में जगह न मिलने के कारण उन्हें भी परेशानी का सामना करना पड़ा।

इस घटना से यह साफ पता चलता है कि त्योहारों और विशेष अवसरों पर रेलवे को अतिरिक्त व्यवस्था करने की जरूरत है ताकि यात्रियों को इस तरह की परेशानी से न जूझना पड़े। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे को भीड़ प्रबंधन के लिए और अधिक प्रभावी कदम उठाने चाहिए। साथ ही, यात्रियों को भी धैर्य रखना चाहिए और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करना चाहिए।

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