लखनऊ डेस्क/ टीवी रिपोर्टस के मुताबिक IS आतंकियों के निशाने पर लखनऊ का इमामबाड़ा था। वहीं मारे गए आईएस आतंकी सैफुल्ला के शव को लेने से उसके परिजनों ने इनकार कर दिया है। मीडिया की खबरों के मुताबिक पिता ने कहा कि वो घर से नाराज होकर बहुत पहले घर छोड़ कर चला गया था। बता दें कि सैफुल्ला को लखनऊ में ढेर कर दिया गया, लेकिन पुलिस की मुश्किलें कम नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक इस गुट में 13 आतंकी शामिल थे, जिनमें से 6 अभी फरार हैं।
ISIS आतंकियों के नेटवर्क चार राज्यों में फैला हुआ है। तेलंगाना, केरल, यूपी और मध्य प्रदेश में इनके तार जुड़े हुए थे। खबर में दावा किया गया है कि सबसे पहले केरल में पुलिस को इस बात की जानकारी हाथ लगी की यहां के कुछ युवा ISIS में जा रहे हैं। फिर ये तार तेलंगाना से जुड़ा और फिर यूपी और मध्य प्रदेश से। तेलंगाना पुलिस ने यूपी और मध्य प्रदेश पुलिस को वहां सक्रिय ISIS के खुरासान मॉड्यूल के बारे में जानकारी दी। तब जाकर इनके मंसूबे को नाकाम करने में पुलिस को सफलता मिली।
लखनऊ में जिस घर में सैफुल्ला एनकाउंटर में ढेर मारा गया, वहां करीब आधा दर्जन मोबाइल और बम बनाने का सामान मिला है। ISIS का झंडा और रेलवे का नक्शा बरामद किए गए हैं। लखनऊ में आतंकी सैफुल्ला जिस ठिकाने पर ढेर हुआ, वहां से करीब आधा दर्जन मोबाइल और बम बनाने का सामान मिला है। एटीएस के आईजी असीम अरुण ने बताया कि मारा गया आतंकी ISIS खोरासान मॉड्यूल का सदस्य था । एटीएस को हाजी कॉलोनी में आतंकी के छिपे होने की खबर कानपुर के जाजमऊ क्षेत्र से पकड़े गए फैजल नाम के आतंकवादी ने दी थी। यह भी पता चला था कि हाजी कॉलोनी में छिपे आतंकवादी के पास एसएलआर और एके-47 जैसे अत्याधुनिक असलहे और गोला-बारूद है। हालांकि घटना स्थल से एके-47 नहीं मिले हैं। भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं।
यूपी के डीजीपी जावेद अहमद ने एएनआई से कहा है कि कानपुर के बगल से तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं दानिश, मीर हुसैन और आतिश मुजफ्फर को एमपी के पिपरिया से गिरफ्तार किया गया। मोहम्मद फैजल और मोहम्मद इरफान को कानपुर के जाजमऊ से धरा गया। आलम नाम के शख्स की धरपकड़ यूपी के इटावा से हुई। लखनऊ ठाकुरगंज मुठभेड़ में ISIS के खुरासान मॉड्यूल के मारे गए आतंकी के पास से पिस्टल, रिवॉल्वर, चाकू और बम बनाने का सामान बरामद किया गया है।