लखनऊ डेस्क/ यूपी में पूर्वांचल की चालीस सीटों पर वोटिंग चल रहीं है | उससे पहले कल सीएम अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की | अखिलेश ने हर सवाल का जवाब देते हुए बीएसपी मुखिया मायावती पर जमकर निशाना साधा | अखिलेश ने वाराणसी में तीन दिन पहले काशी विश्वनाथ मंदिर में बिजली जाने को लेकर भी आरोपों का जवाब दिया |
अखिलेश ने मायावती पर निशाना साधते हुए कहा, ”मेरी बुआ के बारे में कुछ के बारे में कुछ ना कहना. हम तो बुआ के बारे में इतना जानते हैं जो भी उनके पास जाता है घुटनों पर रेंगते हुए जाता है | बिना चढ़ावे के वहां से कोई प्रसाद नहीं मिलता | उन्होंने ऐसे हाथी लगवाए जो खड़े के खड़े हैं और बैठे के बैठे हैं. मेरी बुआ जी ये बताएं कि उन्होंने अष्टधातु के खजूर, वनमानुष क्यों लगाए हैं. बुआ जी ने कहा कि हमारे घर में पत्थर लगे हैं | हम चाहते हैं कि 11 तारीख से पहले बुआ जी एक बार चाय पर घर आएं और अपने पत्थरों का और हमारे पत्थरों का हिसाब देख लें|”
अखिलेश ने कहा, ”बिजली पर बात हुई, सुरक्षा के बहाने एक समझदार अधिकारी ने बिजली बंद करा दी | प्रधानमंत्री ने इसे मुद्दा बना लिया| मंदिर में भी बिजली जाने की बात की गई, पता नहीं ये बात किसने बता दी | मंदिर में दिया जलना था इसलिए पंखा बंद करना था| लेकिन जानकारी ना होने की वजह से किसी ने गलत स्विच दबा दिया| बीजेपी के लोगों को जाने कौन खबर देता है|”
अखिलेश ने कहा, ”बहुत सारे लोग यूपी को छोड़ गए हैं लेकिन हम अभी भी उत्तर प्रदेश में हैं| हमारा सपना यूपी में रहकर ही जो काम शुरू किए हैं उन्हें पूरा करने का है | जनता हमारा सहयोग करेगी|” अखिलेश यादव ने अपनी दूसरी मां साधना यादव के इस बयान पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया कि वो अपने बेटे प्रतीक को राजनीति में लाना चाहती हैं| इस बारे में पूछे जाने पर अखिलेश ने सिर्फ इतना ही कहा कि राजनीति में तो कोई भी आ सकता है| इसके साथ ही उन्होंने समर्थकों को साजिशों से सतर्क रहने की नसीहत भी दे डाली| रेप के आरोपी मंत्री गायत्री प्रजापति के सवाल पर भी अखिलेश ने जवाब दिया कहा कि गायत्री के मामले में पूरी कार्रवाई की जाएगी| अखिलेश ने कहा, “प्रधानमंत्री ने बदायूं की घटना का जिक्र करते हुए यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए| लेकिन लगता है बीजेपी के लोगों ने अपनी ही रिपोर्ट नहीं पढ़ी|”