लखनऊ डेस्क/ यूपी में अंतिम चरण के मतदान से पहले मंगलवार को मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना ने अपनी चुप्पी तोड़ दी | उन्होंने कहा कि गलत समय पार्टी टूटी | एक एजेंसी से बातचीत में साधना ने कहा- मेरे अखिलेश के बीच कोई बात ही नहीं थी| हमारी कभी बहस तक नहीं हुई| अखिलेश ने कभी मुझे जवाब तक नहीं दिया| मैंने कभी उसे पराया नहीं माना| पार्टी में जो कुछ हुआ, वह समय ने कराया| रामगोपाल यादव को लेकर साधना ने कहा कि प्रोफेसर जी नेताजी से बहुत प्यार करते थे, लेकिन बीच में पता नहीं क्या हो गया, शायद सब कुछ समय ने कराया|
सपा में कलह का असर चुनावों पर कितना पड़ेगा, इससे जुड़े सवाल पर वह बोलीं कि निश्चिततौर पर इसका चुनावों पर असर पड़ेगा| लेकिन मैं चाहती हूं कि हमारी पार्टी दोबारा जीते और अखिलेश यादव सीएम बनें| मुझे नहीं पता अखिलेश को किसने बहकाया है| वह तो मेरा और नेताजी का बहुत आदर करते थे| राजनीति में आने को लेकर उन्होंने कहा कि नेताजी ने कभी आने नहीं दिया, पर हां पीछे से काम करते रहे हैं, लेकिन अब मैं राजनीति में नहीं आना चाहती, मैं चाहती हूं कि मेरा बेटा प्रतीक राजनीति में आए|
अखिलेश यादव के अलग हो जाने से जुड़े सवाल पर साधना भावुक हो गईं और कहा कि उनके (अखिलेश-डिंपल) कमरे में जाने का ही मन नहीं करता| कैसे उस कमरे में जाएं जिसमें बेटा-बहू रहे हों, बच्चे रहे हों| आज भी कमरे सफाई होने के बाद बंद हो जाते हैं| कभी नहीं सोचा था नेताजी के जीते जी अखिलेश अलग हो जाएंगे| मुलायम को राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद लौटाने के सवाल पर साधना ने कहा कि अखिलेश ने कहा कि तीन महीने में सब कुछ वापस कर दूंगा| नेताजी लेकिन नेताजी हैं वे वापस करें या न करें, वह नेताजी ही रहेंगे|
शिवपाल यादव पर लगे आरोपों को लेकर साधना ने कहा कि उनका अपमान नहीं किया जाना चाहिए था| उनकी कोई गलती नहीं| उन्होंने नेताजी और पार्टी के लिए बहुत कुछ किया है| उनके साथ जो हुआ गलत हुआ| घर के लोगों ने ही उनके साथ ये सब कराया है| उन्होंने कहा कि नेताजी मजबूत हैं अगर वो स्टैंड लेने को कहेंगे तो हम उनके साथ ही खड़े हैं | अखिलेश के लिए स्टैंड लेना होगा तो वह भी लेंगे, क्योंकि सम्मान से बड़ी कोई चीज नहीं होती| मेरा बहुत अपमान हुआ है| अब पीछे नहीं हटूंगी|