लुधियाना
नया सैशन शुरू होने के बाद बच्चे स्कूलों में कितना साफ पानी पी रहे हैं इसकी फिक्र अब डिप्टी कमिश्नर को हुई है। यही वजह है कि डी.सी. ने डी.ई.ओ. से सभी सरकारी, प्राइवेट व एडिड स्कूलों के पीने वाले पानी की सैंपलिंग करवाकर उसकी रिपोर्ट मांगी है। डी.सी. के आदेश आते ही डी.ई.ओ. ने भी स्कूलों को निर्देश जारी कर पीने वाले पानी की सैंपलिंग करवाने को कह दिया है। डी.ई.ओ. ने स्कूलों को कहा कि आज ही अपने ब्लाक या एरिया के एस.एम.ओ. से संपर्क करके पानी के सैंपल भरवाएं और इसकी रिपोर्ट एरिया के ब्लाक नोडल आफिसर को भेजें। सभी स्कूल प्रमुखों को यह सुनिश्चित करना होगा कि पीने के पानी की सैंपलिंग की रिपोर्ट अपने बी.एन.ओ. को सौंपी जाए। बी.एन.ओ. को कहा गया है कि अपने अधीन आते स्कूलों से रिपोर्ट प्राप्त कर उसे मंगलवार तक कंसोलिडेट रूप में जिला शिक्षा अधिकारी (सैकेंडरी) कार्यालय को भेजें। इसके लिए स्कूलों व ब्लाक नोडल आफिसरों को प्रोफार्मा भी जारी किया गया है।
डी.ई.ओ. ने दिया 1 दिन लेकिन स्वास्थ्य विभाग सैंपलिंग के लिए मांग रहा समय
अब सवाल यह है कि डी.सी. ने स्कूलों से तो रिपोर्ट मांग ली लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी स्कूलों की सैंपलिंग करने को समय मांग रहे हैं। कई स्कूल प्रमुखों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जब उन्होंने डी.सी. व शिक्षा विभाग के आदेशों का हवाला देते हुए स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया तो उन्होंने किसी अन्य कार्य में व्यस्त होने का हवाला देकर आने वाले हफ्ते में सैंपलिंग करने को कह दिया। अब स्कूल इस बात को लेकर उहापोह में हैं कि शिक्षा विभाग ने 22 अप्रैल तक रिपोर्ट मांगी है तो इतनी जल्दी सैंपलिंग करने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार नहीं हैं। स्कूलों का कहना है कि विभाग ने चेतावनी दी है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही की स्थिति में उसकी जिम्मेदारी संबंधित स्कूल प्रमुख की होगी परंतु विभाग को इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से खुद भी संपर्क करना चाहिए न कि स्कूलों को चेतावनी देकर उनमें भय का माहौल व्याप्त करना चाहिए।
ढककर रखी जाएं टैंकियां और सुनिश्चित हो क्लोरीनेशन
डी.ई.ओ. द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि स्कूलों में स्थापित पानी की टैंकियों को ढककर रखा जाए तथा समय-समय पर उनकी सफ़ाई और क्लोरीनेशन करवाई जाए। यदि किसी स्कूल में आर.ओ. सिस्टम या सबमर्सीबल पंप लगे हैं तो उनकी भी नियमित रूप से सर्विस करवाई जाए। स्कूल प्रशासन को यह भी निर्देशित किया गया है कि पानी की पाइपलाइनों और टंकियों में किसी भी प्रकार की गंदगी या संक्रमण से बचाव के लिए सभी आवश्यक सुधारात्मक उपाय अपनाए जाएं ताकि बच्चों को शुद्ध पानी उपलब्ध हो सके।
यह देनी होगी डिटेल
स्कूल का नाम
सैंपलिंग की तारीख
रिजल्ट
पानी का स्रोत आर.ओ. या सबमर्सीबल