झांसी डेस्क/ यूपी के झांसी से करीब 65 km दूर मऊरानीपुर में बुधवार को सड़क किनारे करीब एक दर्जन गौवंश मिलने से इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। इतना ही नहीं लोगों ने गुस्से में रोड जाम कर हंगामा किया। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने लोगों को शांत करवाया। पशु डॉक्टरों के मुताबिक- गायों की मौत भूख-प्यास से हुई है।
शहर के मऊरानीपुर थाना क्षेत्र में बुधवार को टीकमगढ़ रोड पर सड़क किनारे खेतों में दर्जन भर गाय मरी पड़ी थी। करीब इतनी ही गायें वहां पड़ी तड़प रहीं थी। गायों की मौत की खबर से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया और काफी संख्या में हिंदू युवा वाहिनी कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। ये नजारा देख हिंदू युवा वाहिनी के सदस्यों और ग्रामीणों ने मऊरानीपुर-टीकमगढ़ रोड जाम कर दिया। जब यह सूचना प्रशासन को हुई तो एसडीएम सुनील शुक्ला, CO यशवीर सिंह, कोतवाल जितेंद्र यादव और पालिका अधिशासी अधिकारी कल्पना शर्मा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए।
गौवंश की ऐसी हालत और लोगों का गुस्सा देख अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। तुरंत पशु डॉक्टर सीतीश चंद्र को बुलाया गया उन्होंने मौके पर पहुंचकर तड़प रही गायों का इलाज शुरू कर दिया। डॉक्टर के अनुसार भूख-प्यास से चलते गायों की मौत हुई है। साथ ही मरी हुई गायों का खुले में पोस्टमार्टम करने से डॉक्टर ने जब मना कर दिया तो लोग हंगामा करना शुरू कर दिया।
नगर पालिका से जेसीबी मशीन मंगाकर एक दर्जन गायों को दफना दिया गया है। कई गायों की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। ADM का किया घेराव भिटौरा के रहने वाले रमेश का कहना है, पहले भी बुंदेलखंड में गायों की दुर्दशा के मामले आते रहे है। साल भर पहले चिरगांव हाइवे पर घायल अवस्था में गाए मिली थीं जिनके खुरों में कीलें ठोंक दी गई थी। सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे। किसान नेता शिवनारायण परिहार का कहना है, बुंदेलखंड में चारा और पानी की बहुत कमी है। इस और सरकार का ध्यान नहीं जाता है जबतक व्यवस्थाओं में सुधार नहीं आएगा तब तक गायों की दशा नहीं सुधर पाएगी। सरकार को चाहिए व्यवस्थाओं में सुधार लाए।