इटावा डेस्क/ सपा नेता शिवपाल यादव बस ड्राइवर को इंसाफ दिलाने के लिए मंगलवार शाम इटावा के एक थाने में धरने पर बैठ गए। आरोप है कि दबंगों ने ड्राइवर के साथ 3 बार मारपीट की। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से शिवपाल खफा थे। सैफई एसएसपी ने मामले की जांच के ऑर्डर दिए हैं। बुधवार को शिवपाल ने इस मसले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी बुलाई।
पुलिस के मुताबिक, बैतपुरा का सुधीर कुमार इटावा में एक स्कूल की बस चलाता है। उसका भाई विश्राम सिंह सपा सरकार में लेखपाल की पोस्ट पर भर्ती हुआ। आरोप है कि इसी बात से रामविलास, संजू और राजू रंजिशन आए दिन उससे झगड़ा करने लगे। इसकी कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। सुधीर के बताया कि, 30 अप्रैल को वह बस लेकर घर आ रहा था। इसी दौरान बैतपुरा चौराहे पर आरोपियाें ने उसके साथ मारपीट की। बाद में दो बार और पीटा। शिकायत के लिए जब वह थाने पहुंचा तो पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर उसे बैठा लिया।
शिवपाल को इसकी जानकारी मिली तो वह फौरन थाने पहुंच गए। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई और पीड़ित ड्राइवर के लिए इंसाफ की मांग की। वह थाने में ही धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि थाना इंचार्ज सत्येंद्र यादव और दारोगा वीरेंद्र सिंह को सस्पेंड किया जाए। शिवपाल के सपोर्टर भी थाने आ गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। एसएसपी शिव हरि मीना ने इसकी जांच सीओ सैफई श्याम सुंदर ग्रोवर को सौंपी। इस पर रात 11 बजे शिवपाल ने 2 दिन की चेतावनी देते हुए धरना खत्म कर दिया।
शिवपाल ने कहा, “पहले बीएसपी में गुंडे थे, अब बीजेपी में हैं। कानून-व्यवस्था अभी तक ठीक नहीं हुई है। पुलिस गुंडों से मिली हुई है। जनता को लूट रही है और उन पर अत्याचार भी कर रही है। करीब 4-5 लोगों को पुलिस मार चुकी है। जबतक इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, हम यहीं बैठे रहेंगे। थाना इंचार्ज ने तो हद ही कर दी। वो गुंडों से ज्यादा गुंडई कर रहा है। जहां पर भी हमारे लोगों पर झूठा केस लिखा गया है, वो हमें एप्लीकेशन दे दें। हम कार्रवाई करवाएंगे।”