लखनऊ डेस्क/ देश भर में डॉक्टरों के ऊपर हो रहे हमले और उत्पीड़न के खिलाफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की लखनऊ ब्रांच ने आन्दोलन करने का निर्णय लिया है। आईएमए लखनऊ ने इस बार दिल्ली चलो का नारा दिया है। सभी डॉक्टरों को 6 जून को अपनी ओपीडी सेवाएं बंद कर दिल्ली चलने और वहां प्रोटेस्ट में शामिल होने की अपील की गई है। मंगलवार को यूपी के सभी प्राइवेट हॉस्पिटलों के डॉक्टर एक दिवसीय हड़ताल पर चले गए हैं।
आईएमए लखनऊ ब्रांच के सेक्रेटरी डॉ. जेडी रावत के मुताबिक देश भर में डॉक्टरों के ऊपर आए दिन मारपीट और हमले की घटनाएं सामने आ रही है। अधिकांश घटनाओं में अपराधियों की गिरफ्तारी आज तक नहीं हो सकी है। देश में डॉक्टर अपने आप को आज असुरक्षित महसूस कर रहा है। डॉक्टरों पर हो रहे हमले और उत्पीड़न के चलते डॉक्टरों में काफी रोष व्याप्त है। 6 जून को डॉक्टर एक दिन के लिए अपनी ओपीडी सेवाएं बंद कर दिल्ली पहुंच रहे हैं। डॉक्टर दिल्ली के राजघाट से इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम तक पैदल मार्च निकालेंगे।
आईएमए के प्रेसिडेंट डॉ. पीके गुप्ता के मुताबिक डॉक्टरों के ऊपर हो रहे हमले की घटनाएं केवल प्राइवेट डॉक्टरों तक ही सीमित नहीं है बल्कि सरकारी डॉक्टर भी इसमें शामिल हैं। इसलिए आईएमए ने अपनी तरफ से पीएमएम (प्रोवेंसियल मेडिकल सर्विसेस) से जुडे सभी सरकारी हॉस्पिटलों के डॉक्टरों को भी हड़ताल में शामिल होने के लिए पहले ही लेटर लिख चुका है। इसके साथ ही 6 जून को अपनी ओपीडी सेवाएं छोड़कर एक दिन के लिए हड़ताल में शामिल होने के लिए अपील की गई है। आईएमए के सेक्रेटरी डॉ. जेडी रावत के मुताबिक संगठन की तरफ यूपी के सभी मेडिकल कॉलेजों को लेटर लिखा गया है। मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों से आईएमएम के सपोर्ट में एक दिन के लिए चिकित्सकीय सेवाएं करने की अपील की गई है।
ये है पांच मांग
1. डॉक्टरों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
2. पिस्टल का लाइसेंस प्राथमिकता के तौर पर दिया जाए।
3. बिना मेडिकल बोर्ड जांच के डाक्टरों पर मुकदमा दर्ज न किया किया जाये।
4. प्राइवेट प्रेक्टिस के नाम पर उत्पीड़न न किया जाए।
5. डॉक्टरों के उपर अभी तक हुए सभी हमले के दोषियों को जल्द पकड़ा जाए।