यूपी डेस्क/ प्रदेश के 100 जिला स्तर के अस्पताल केंद्र की ई-हॉस्पिटल योजना से जोड़े जाएंगे। इससे मरीज घर बैठे डॉक्टर से अपॉइंटमेंट ले सकेंगे। यानी अस्पताल में लंबी लाइन में लगकर पर्चा बनवाने की परेशानी से निजात मिल जाएगी। केंद्रीय कानून एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद का कहना है कि छह महीने में 100 अस्पताल ई-हॉस्पिटल से जुड़ जाएंगे। रविशंकर प्रसाद मंगलवार को एनेक्सी पंचम तल स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ मीडिया से मुखातिब थे। उन्होंने बताया कि केंद्र की ई-हास्पिटल योजना से अब तक देश के 82 अस्पताल जोड़े जा चुके हैं।
प्रदेश भर के जिला स्तर के अस्पताल इससे जोड़े जाएंगे। यूपी के अस्पतालों को इस योजना से जोड़ने में तेजी लाई जाएगी। लखनऊ में राम मनोहर लोहिया व श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल ई-हॉस्पिटल योजना से पहले ही जुड़ चके हैं।घर बैठे ले सकेंगे अपॉइंटमेंट : ई-हॉस्पिटल से रजिस्ट्रेशन, पर्चा, अपॉइंटमेंट, ब्लड बैंक, ओपीडी से मरीजों की भर्ती और डिस्चार्ज तक के काम ऑनलाइन हो जाएंगे। रजिस्ट्रेशन फीस भी ऑनलाइन जमा कर सकेंगे। रजिस्ट्रेशन की रसीद अपनी सहूलियत के हिसाब से ऑनलाइन प्रिंट निकाल सकेंगे या फिर अस्पताल के काउंटर से भी रसीद ले सकेंगे।
पर्चा भूलने पर परेशानी नहीं होगी : किसी मरीज को जिला अस्पताल से रेफर किया जाता है तो उसे मेडिकल जांच रिपोर्ट व डॉक्टर का पर्चा साथ ले जाने की जरूरत नहीं होगी। मरीज को क्या उपचार दिया गया है यह सारी जानकारी ऑनलाइन मिल सकेगी। इसके लिए नेशनल हेल्थ मिशन की ओर से चलाईं जा रही सेंट्रलाइज्ड वेबसाइट www.ors.gov.in पर लॉग-इन करना होगा। इसके बाद आधार या मोबाइल नंबर के जरिये रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है। इस योजना के तहत बड़े अस्पतालों को एक-दूसरे से जोड़ दिया जाएगा। इसका एक बड़ा फायदा यह भी है कि देश के बड़े अस्पतालों से मरीज के उपचार के लिए इसकी मदद से सुझाव लिए जा सकेंगे।