यूपी डेस्क/ यूपी सरकार ने 66 जिलों के 75 बस स्टेशनों पर यात्रियों को मुफ्त वाईफाई की सुविधा उपलब्ध करा दी है। अब इन बस स्टेशनों पर यात्री निशुल्क इंटरनेट का उपयोग कर सकेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कालिदास मार्ग स्थित अपने आवास पर इस सुविधा का लोकार्पण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बढ़ती दुर्घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि परिवहन निगम के ड्राइवरों व कंडक्टरों को जवाबदेह बनाया जाए। ड्राइवर नशे की हालत कतई गाड़ी न चलाएं। ड्राइवरों की जांच के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में चार से पांच लाख प्रशिक्षित ड्राइवरों की जरूरत है। इसके लिए जरूरी है कि आटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक बनाए जाएं। इसी कड़ी में सरकार ने सभी मंडल मुख्यालयों पर ड्राइविंग स्कूल खोलने का फैसला किया है। इससे पहले परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि परिवहन निगम की बसें गांवों को जिला मुख्यालयों से जोड़ रही हैं। परिवहन निगम के चेयरमैन प्रवीर कुमार व प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला ने विभाग की उपलब्धियों की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राइवेट बस ऑपरेटर एक बस से कुछ सालों दूसरी व तीसरी बस ले लेता है लेकिन परिवहन निगम में ऐसा नहीं हो पाता है। इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए। बस स्टेशनों को मिनी एयरपोर्ट की तरह बनाना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला और तहसील मुख्यालयों को राजधानी से जोड़ना होगा। इसके बाद ब्लाक और ग्राम पंचायतों को जिलों से जोड़ने का काम किया जाए।
सरकारी कार्यक्रमों में महंगे गुलदस्ते देने पर रोक का असर बृहस्पतिवार को परिवहन विभाग के कार्यक्रम में नजर आया। यहां सभी अतिथियों को बुके की जगह स्वामी विवेकानंद की किताब व एक-एक गुलाब का फूल दिया गया।बरेली एवं कानपुर नगर में ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक।