उन्नाव डेस्क/ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस ने उन्नाव के पास रोकते हुए हिरासत में ले लिया। उनके साथ दर्जन भर एमएलसी को भी हिरासत में लिया गया है। वह एक पूर्व विधायक की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए लखनऊ से औरेया जा रहे थे। उन्हें बीच में ही रोकते हुए पुलिस ने उन्नाव के पास से हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा है कि पहलेे अखिलेश को कन्नौज में ही हिरासत में लेने की तैयारी थी। पुलिस ने कानपुर-लखनऊ हाईवे पर नवाबगंज टोल प्लाजा और जाजमऊ में तगड़े बंदोबस्त भी किए थे, लेकिन ऐन वक्त पर अखिलेश यादव अपनेे काफिलेे के साथ एक्सप्रेस वे की तरफ चलेे गए। उनके काफिलेे में करीब 35 गाड़ियां थीं।
इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस फोर्स एक्सप्रेस वे की ओर गई और हसनगंज टोल प्लाजा पर नाकेबंदी की। हालांकि, इसे तोड़ते हुए काफिले में मौजूद पार्टी कार्यकर्ता व नेता आगे बढ़ गए, जिसके बाद उन्हें पुलिस ने चेतावनी दी। चेतावनी का असर न होने पर पुलिस की ओर से लाठीचार्ज किया गया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पुलिस ने अपने घेरे में ले लिया। स्थिति काबू में नहीं आने पर पुलिस ने गिरफ्तारी का ऐलान करते हुए नेताओं को घेरते हुए अखिलेश यादव को हिरासत में लिया। जानकारी के मुताबिक, अखिलेश यादव सहित अन्य हिरासत में लिए गए नेताओं, कार्यकर्ताओं को पुलिस धौरा कृषि केंद्र ले गई है। जहां अस्थाई जेल बनाई गई।
बुधवार को सपा के पूर्व विधायक प्रदीप यादव को हंगामा व मारपीट करने के आरोप में अवाना पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। जिला पंचायत अध्यक्ष के नामांकन के दौरान बवाल होने के बाद प्रदीप यादव को गिरफ्तार किया गया। अखिलेश यादव इनसे ही मुलाकात करने जा रहे थे।