वाराणसी डेस्क/ हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में स्टूडेंट्स पर किए गए लाठीचार्ज के मामले की जांच रिपोर्ट में कमिश्नर ने यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को जिम्मेदार बताया है। वहीं, वाइस चांसलर (वीसी) ने लाठीचार्ज की बात को झूठा करार दिया है। इस संबंध में उन्होंने एक लेटर जारी किया है। गौरतलब हो कि यूनिवर्सिटी में आर्ट्स फैकल्टी की एक लड़की ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।
कमिश्नर ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने इस मामले को संवेदनशील तरीके से नहीं लिया। स्थिति को संभालने की वक्त पर कोशिश की गई होती तो हालात ऐसे नहीं बनते। उधर, वीसी ने एक लेटर जारी कर यूनिवर्सिटी कैम्पस में हुई लाठीचार्ज की घटना को सिरे से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है। उनका कहना है कि किसी भी स्टूडेंट पर लाठीचार्ज नहीं किया गया। कार्रवाई उन पर की गई जो कैम्पस में यूनिवर्सिटी की प्रॉपर्टी को आग लगा रहे थे।
सूत्रों के अनुसार पीड़ित लड़की का कहना है कि शोर मचाने पर भी 20 मीटर दूर खड़े सिक्युरिटी गार्ड्स ने कोई मदद नहीं की थी। वार्डन और चीफ प्रॉक्टर से शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके विरोध में यूनिवर्सिटी की लड़कियां शुक्रवार से धरने पर बैठ गईं। शनिवार देर रात उन पर लाठीचार्ज किया गया। इसके बाद स्टूडेंट्स ने कैम्पस में जमकर बवाल किया। हंगामे के चलते डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने बनारस के सभी कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में सोमवार से 2 अक्टूबर तक छुट्टी का एलान कर दिया है।