मथुरा डेस्क/ भारतीय रेल की स्पीड अब 200 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार तक जल्द पहुंच सकती है। स्पेन से लाई गयी टेल्गो ट्रेन ने 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़कर नया कीर्तिमान रच दिया है। यह भारत की अब तक की सबसे तेज ट्रेन बन गयी है। मथुरा से पलवल के बीच 84 किलोमीटर का सफर इस ट्रेन ने सफलतापूर्वक तय किया।
इस दौरान इसने गतिमान एक्सप्रेस को काफी पीछे छोड़ दिया जोकि 160 किलोमीटर प्रति घंटा से अपने ट्रायल के दौरान चली थी। यहां गौर करने वाली बात यह है कि लोको पायलट सुनील कुमार पाठक ने खुद इस ट्रेन को भारतीय इंजन से पटरी पर दौड़ाया। इस ट्रेन में भारती डीजल इंजन डब्ल्यूडीसी-4 ने 180 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ाया। पूरे ट्रायल के दौरान इस ट्रेन की स्पीड को आठ बार कम किया गया, इस ट्रेन में कुल 9 कोच लगाये गये थे। अब अगला ट्रायल इस ट्रेन का 26 जुलाई को होगा। अगर इसके सभी ट्रायल सफल रहे तो इसे दिल्ली मुंबई के बीच दौड़ाया जाएगा।
इस ट्रेन में भारती डीजल इंजन डब्ल्यूडीसी-4 ने 180 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ाया। पूरे ट्रायल के दौरान इस ट्रेन की स्पीड को आठ बार कम किया गया, इस ट्रेन में कुल 9 कोच लगाये गये थे। अब अगला ट्रायल इस ट्रेन का 26 जुलाई को होगा। अगर इसके सभी ट्रायल सफल रहे तो इसे दिल्ली मुंबई के बीच दौड़ाया जाएगा।
ट्रेन की सुरक्षा को जांचने के लिए इसका जंपिंग टेस्ट भी हुआ, आझई रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पर एक इंच मोटे और छह इंच लंबे लोहे के टुकड़ों को रखकर इस ट्रेन का ट्रायल किया गया। इससे पहले गतिमान एक्सप्रेस का दिल्ली से आगरा के बीच ट्रायल किया गया था जिसमें उसकी अधिकतम रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गयी थी।