आगरा डेस्क/ कासगंज में सांप्रदायिक हिंसा के बाद अभी भी तनावपूर्ण शांति का माहौल है। इस बीच हिंसा के विरोध में तमाम संगठन अपने-अपने स्तर से प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रदर्शन कर रहे हैं। मंगलवार को अमेठी और लखनऊ में विरोध प्रदर्शन के बाद बुधवार को आगरा और फिरोजाबाद में ऐसे ही प्रदर्शन देखने को मिले।
आगरा में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे, वहीं फिरोजाबाद में बजरंग दल ने विरोध की कमान संभाली। इस दौरान फिरोजाबाद में पुलिस ने बिना अनुमति के प्रदर्शन पर रोक लगा दी, वहीं आगरा में प्रदर्शन के दौरान भारी संख्या में फोर्स सुरक्षा व्यवस्था पर चौकसी करती दिखाई दी। इस बीच विश्व हिन्दू परिषद ने पड़ोस के आगरा जिले में तिरंगा यात्रा निकाल मृतक चंदन गुप्ता को श्रद्धांजलि दी है। इस दौरान आगरा में भारी संख्या में फोर्स तैनात रही। वहीं फिरोजाबाद में भी बजरंगदल ने कासगंज हिंसा के विरोध में जुलूस निकाला। उत्तर थाना क्षेत्र के रामलीला ग्राउंड के पास निकल रहे इस जुलूस की पुलिस को सूचना मिलते ही बगैर परमीशन निकाले जा रहे जुलूस को रोक दिया गया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
विश्व हिंदू परिषद की तिरंगा यात्रा के दौरान जय श्रीराम और वन्देमातरम के नारे भी लगे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने तिरंगे के साथ भगवा ध्वज भी लहराया। उधर विहिप की तिरंगा यात्रा पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद विनय कटियार ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि तिरंगा यात्रा के लिए यह सही समय है। उधर उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर के नेतृत्व में कासगंज जाने वाले प्रतिनिधिमंडल को प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है। प्रशासन ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए प्रतिनिधिमंडल को कासगंज जाने से रोक दिया है। दरअसल कासगंज हिंसा के बाद राजबब्बर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को मृतक चंदन गुप्ता के परिजनों से मिलने और स्थिति का जायजा लेने के लिए जा रहा था। गौरतलब है कि कासगंज हिंसा के बाद शहर में तनावपूर्ण शांति है, लेकिन अब इस पर नेताओं की बयानबाजी भी शुरू हो गई है।