वाराणसी डेस्क/ पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों की बोट डिप्लोमेसी के बीच कांग्रेस ने बड़ा आरोप लगाया है। आरोप है कि मैक्रों की नजर से गंदगी और बदबू दूर करने के लिए काशी के घाटों की कॉस्मेटिक सर्जरी की गई। कांग्रेस के मुताबिक, गंगा में खूशबू के लिए उसमें 5 क्विंटल के करीब इत्र डाला गया। हालांकि, बीजेपी की ओर से अभी तक इस आरोप पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
सोमवार को पीएम मोदी और मैक्रों ने गंगा में नौका विहार किया। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद थे। इसके लिए बनारस में काशी के घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया था। गंगा में गिरने वाले कई बड़े नालों के पास दोनों नेताओं के बड़े-बड़े होर्डिंग्स और पोस्टर्स लगाए गए थे। इस बोट डिप्लोमेसी के बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय राय ने घाटों की कॉस्मेटिक सर्जरी कराने का आरोप लगाया है।
वहीं, वाराणसी के कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण का कहना है कि गंगा में किसी तरह का इत्र नहीं डाला गया। साथ ही कहा- अफवाह नहीं उड़ाना चाहिए। उन्होंने होर्डिंग मामले पर कहा- नालों को होर्डिंग्स से ढंकने की कोशिश नहीं की गई, बल्कि कई जगहों पर अलग-अलग सपोर्ट के होर्डिंग्स लगाए गए थे।
अजय राय के मुताबिक, उनके साथ कांग्रेस की एक टीम रियलटी चेक करने मंगलवार सुबह अस्सी से दशाश्वमेध घाट तक गई। उन्होंने गंगा के घाटों को पहले से भी दयनीय हालत में पाया। उन्होंने कहा, ‘भदैनी घाट के पास के नालों को पोस्टर्स से ढंकने की फोटो सोमवार को खूब वायरल हुई।’ ‘यूरिनल की स्थिति ऐसी है कि बिना नाक दबाए नहीं रह पाएंगे।’ ‘पूरा दौरा सरकार ने इवेंट मैनेजमेंट किया था।’
वहीं, कांग्रेस के जिला यूथ कॉर्डिनेटर राघवेंद्र चौबे ने बताया, ‘इत्र डालने की वजह से गंगा का पानी और काला हो गया है।’ ‘किनारे पर सिल्ट इकठ्ठा होने लगा है। कई क्विंटल माला फूल, गिलास, कचरा बिखरा पड़ा है।’ ‘आज चाहिए था कि बीजेपी आह्वान करती कि सभी लोग आकर घाटों पर स्वछता अभियान चलाए, ताकि घाट साफ रहे।’