लंदन डेस्क/ भारतीय उद्योगपति विजय माल्या ने भारतीय अधिकारियों पर ‘प्रतिशोध की कार्रवाई’ का आरोप लगाया और साथ ही कहा कि वो उनसे लंदन में पूछताछ कर सकते हैं। ‘फोर्स इंडिया फॉर्मूला 1’ के 60 वर्षीय मालिक माल्या ने एक साक्षात्कार में कहा कि भारत में उनकी उपस्थिति असंभव है क्योंकि उनका कूटनीतिक पासपोर्ट निरस्त कर दिया गया है।
उन्होंने पत्रिका से कहा कि जो कुछ हो रहा है उसे प्रतिशोध की कार्रवाई के अलावा कुछ और नही कहा जा सकता। मुझे बस तूफान से पार निकलना होगा। माल्या ने ये भी कहा कि भारतीय अधिकारियों की किंगफिशर एयरलाइन्स के अनेक कार्यकारियों तक पहुंच है और हजारों दस्तावेजों तक उनकी पहुंच है।
उन्होंने ये भी कहा कि अगर मुझसे पूछताछ करना ही बचा है तो लंदन आएं और मुझसे पूछताछ करें, रेडियो कान्फ्रेंस पर आएं और मुझसे पूछताछ करें, मुझे सवालों के साथ ईमेल भेजें और मैं जवाब दूंगा। मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि लेकिन यह कुछ अंतरविरोधी और चिंताजनक है कि बस इस वजह से कि मैं भारत में मौजूद नहीं हूं, वो गिरफ्तारी वारंट भेजें और मेरा पासपोर्ट रद्द कर दें। यूबी समूह के अध्यक्ष माल्या ने सवाल किया कि यह उनकी असली मंशा के बारे में मुझ में क्या विश्वास पैदा करेगा।