लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश में बुखार और मलेरिया से स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। बारिश के मौसम में मलेरिया ने अपने पाँव पसार लिए हैं । बुखार और मलेरिया से प्रभावित बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर, पीलीभीत, खीरी, बहराइच और सीतापुर के अस्पतालों में विशेष वार्ड बनाए गए हैं। इनमें रैपिड डायग्नोस्टिक किट से जांच में मलेरिया के 1591 मरीज मिले हैं। चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
सिंह ने बताया कि प्रदेश के कुछ जिलों में 10 अगस्त से जारी बुखार के प्रकोप पर प्रभावी रोकथाम और नियंत्रण के लिए प्रयास हो रहे हैं। लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव, मरीज के घर के अंदर और बाहर मलेरिया निरोधात्मक कार्रवाई की जा रही है। संवेदनशील और अति प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाए गए हैं। मरीजों की पहचान के लिए सघन अभियान का दायरा बढ़ाया गया है। घर-घर जाकर मरीजों की खोज हो रही है। बीते 24 घंटों में इन जिलों में बुखार के 11,682 मरीज सामने आए हैं।
निरोधात्मक कार्रवाई में पंचायती राज, ग्राम्य विकास, शहरी विकास विभाग का भी सहयोग लिया जा रहा है। स्वच्छता और जलभराव की स्थिति में सुधार करके मच्छरों पर प्रभावी नियंत्रण की कोशिश हो रही है। सीएमओ के नेतृत्व में रैपिड रिस्पांस टीम हर दिन की समीक्षा करके अगले दिन की कार्ययोजना बना रही है। स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से मौसमी बुखार, मलेरिया के रोगियों की संख्या में कमी आ रही है।