कीव डेस्क/ रूस ने क्रीमिया प्रायद्वीप में यूक्रेन के तीन नौसैनिक जहाजों को कब्जे में ले लिया है। इससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है। इस बीच सोमवार तड़के यूक्रेन ने कहा कि वह देश में मार्शल लॉ लागू करेगा। एक समाचार एजेंसी के मुताबिक, यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेकों ने ट्वीट कर कहा कि रविवार को रूसी तटरक्षक बलों की कार्रवाई के बाद वह मार्शल लॉ लागू करने के लिए संसद में एक प्रस्ताव पेश करेंगे।
पोरोशेंको ने कहा कि राष्ट्रपति और सशस्त्र सेनाओं के कमांडर इन चीफ होने की वजह से और संविधान के अनुरूप उन्होंने नेशनल सिक्योरिटी एंड डिफेंस काउंसिल (एनएसडीसी) की सैन्य समिति के प्रस्ताव का समर्थन करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि देश की संसद जल्द ही इस प्रस्ताव को मंजूरी दे देगी। उन्होंने कहा कि आपातकाल में सेना की लामबंदी शामिल नहीं है लेकिन इसके लिए आपको तैयार रहना पड़ेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि मार्शल लॉ लगने का मतलब यह नहीं है कि नागरिकों के अधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगेगा। गौरतलब है कि यह विवाद उस समय शुरू हुआ, जब रूस ने यूक्रेन के नौसैनिक पोतों के उसकी जलसीमा में प्रवेश करने का दोषी ठहराया।
रूस ने इसके बाद कर्च स्ट्रेट में पुल के नीचे अपना एक टैंकर खड़ा कर दिया। कर्च स्ट्रेट ही आजावो सागर तक पहुंचने बनाने का एकमात्र रास्ता है, जिसकी जल सीमाएं दोनों देशों में बंटी हुई हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको ने इस संबंध में एक आपात बैठक बुलाई है। यूक्रेन का कहना है कि रूस ने उनके जहाजों को रोकने की कोशिश की।