लखनऊ डेस्क/ बसपा अध्यक्ष मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुंभ के दौरान रविवार को संगम में डुबकी लगाए जाने पर तंज किया है। मायावती ने कहा कि मोदी ने प्रयागराज में संगम में डुबकी भले लगा ली हो, लेकिन पिछले 5 वर्षों के दौरान उनकी सरकार की घोर वादाख़िलाफी, जनता के प्रति विश्वासघात तथा अनेक अन्य प्रकार की सरकारी ज़ुल्म-ज़्यादती और पाप धुलने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जनता वैसे भी देश पर थोपी गई नोटबंदी, जीएसटी, जातिवादी द्वेष, साम्प्रदायिकता, गरीबी तथा बेरोजगारी पैदा करने के लिए मोदी सरकार को इतनी आसानी से माफ नहीं करने वाली है।
मायावती ने कहा कि जहां तक चुनाव से ऐन पहले केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को छह हज़ार रुपये प्रतिवर्ष दिये जाने का सवाल है, तो यह स्पष्ट है कि मोदी सरकार को खेत-खलिहान और किसान के बारे में आधी-अधूरी समझ है। वास्तव में यह योजना दैनिक मजदूरी करने वाले भूमिहीन खेतिहर मज़दूरों के लिए होनी चाहिये थी, ना कि किसानों के लिए। उन्होंने कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार की तुच्छ सरकारी भेंट नहीं, बल्कि अपनी उपज का लाभकारी मूल्य चाहिए।भाजपा सरकार केवल इसी को सुनिश्चित कर दे तो यह उनके लिये बहुत होगा।
बता दें कि प्रयागराज में चल रहे अर्द्धकुंभ में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूजा अर्चना की और संगम में डुबकी लगाई। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने अर्द्धकुंभ के आयोजन में अच्छा काम करने वाले कर्मचारियों की भूमिका की तारीफ़ भी की। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि स्वच्छ कुम्भ ऐसे समय में हो रहा है जब देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहा है। गांधी जी करीब 100 वर्ष पहले जब हरिद्वार कुम्भ में गए थे तो उन्होंने स्वयं स्वच्छ कुम्भ की इच्छा जताई थी। देशवासियों के सहयोग से स्वच्छ भारत अभियान तय लक्ष्यों की ओर तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस साल 2 अक्तूबर से पहले पूरा देश खुद को खुले में शौच से मुक्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। आप सभी स्वच्छाग्रही पूरे देश के लिए एक बड़ी प्रेरणा बनकर सामने आएंगे। प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में स्वच्छाग्रहियों के साथ ही सुरक्षाकर्मियों को भी सम्मानित किया।