इस्लामाबाद डेस्क/ पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि भारत के साथ तनाव के बावजूद वह करतारपुर गलियारा खोलने और बाबा गुरुनानक देव की 550वीं जयंती समारोह में शामिल होने आने वाले सिख श्रद्धालुओं का स्वागत करने को तैयार है।
पाकिस्तान के विदेशमंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अफगानिस्तान के सांसदों और नागरिक समाज के प्रतिनिधिमंडल से संवाद के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘भारत के साथ तनाव के बावजूद हमने करतारपुर गलियारे पर आगे बढ़ने का फैसला किया है। हम बाबा गुरु नानक की 550वीं जयंती पर सिख श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए तैयार हैं।’’
करतारपुर गलियारा पाकिस्तान के करतारपुर स्थित दरबार साहिब को भारत के गुरुदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक को जोड़ेगा। भारतीय सिख श्रद्धालु बिना किसी वीजा के केवल परमिट के आधार पर करतारपुर साहिब का दर्शन कर सकेंगे जिसकी स्थापना 1522 में गुरु नानक देव जी ने की।
पाकिस्तान गुरुद्वारा डेरा साहिब से भारतीय सीमा तक गलियारे का निर्माण कर रहा है, जबकि डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से सीमा तक के हिस्से का निर्माण भारत कर रहा है।
गौरतलब है कि पांच अगस्त को भारत ने अनुच्छेद-370 के तहत जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष दर्जे को खत्म कर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था। इसके बाद से दोनों देशों में तनाव और बढ़ गया।
कुरैशी ने प्रतिनिधिमंडल से यह भी कहा कि भारत के साथ मौजूदा तनाव का असर अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान के रिश्तों पर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा,‘‘अफगानिस्तान के साथ लगती सीमा बंद नहीं होगी और न ही व्यापार रोका जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी के कदम की वजह से अफगान क्यों भुगते?’’