लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश सरकार ने गांधी जयंती पर विधानमंडल का विशेष सत्र बुलाया था, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने इस सत्र का बहिष्कार किया था। पार्टी के सत्र बहिष्कार के बावजूद रायबरेली सदर से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने सत्र में हिस्सा लिया था। अब कांग्रेस अदिति के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर ऊहापोह की स्थित में है।
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर आयोजित विधानमंडल के सत्र में हिस्सा लेने वाली कांग्रेस विधायक अदिति सिंह पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली की सदर सीट से निर्वाचित हुई है। उन्होंने न केवल सत्र में भाग लिया था, वरन उन्होंने अपने विचार भी रखे थे।
अदिति सिंह के इस कदम से पार्टी को काफी असहजता का सामना करना पड़ा।
पार्टी में भारी दबाव के बाद विधानमंडल दल के तत्कालीन नेता (अब प्रदेश अध्यक्ष) अजय कुमार लल्लू ने चार अक्टूबर को नोटिस जारी कर अदिति सिंह से दो दिन में कारण बताने को कहा था। जवाब न देने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात कही गई थी। तब से लेकर अब तक विधायक ने कोई जवाब नहीं दिया है, और कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है।
कांग्रेस के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “कांग्रेस अभी इस मुद्दे पर कोई रिस्क लेना नहीं चाहती है। अभी प्रदेश में गठित हुई नई कार्यकारिणी का विवाद शांत नहीं हो रहा है। अभी भी पुराने नेता ही रूठे हुए हैं, जिन्हें मनाने का काम किया जा रहा। ऊपर से अदिति सिंह को बाहर किए जाने पर पार्टी में बवाल के साथ ही विधानसभा में संख्या बल भी कम होगा। यह पार्टी के लिए नुकसानदायक कदम है। इसीलिए पार्टी इस पर सोच-समझकर फैसला करेगी।”