वाराणसी डेस्क/ भगवान शिव की नगरी काशी एक बार भी ऐतिहासिक नजारों की गवाह बनी। देव दीपावली के मौके पर पहली बार कोई प्रधानमंत्री गंगा घाट पहुंचे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दीया जलाते ही गंगा किनारे रखे लाखों दीये जगमगा उठे। हर तरफ अलौकिक छटा बिखर गई।
बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद मोदी अलकनंदा रोरो यान से राजघाट पहुंचे। घाट के विशाल प्लेटफार्म पर बनाए गए मंच पर विराजमान हुए। देव दीपावली का पहला दीप जलाया और काशी की विशाल घाट श्रृंखला पर मानो छोटे-छोटे दीपों के रूप में सितारों की बरसात हो गई। शहर के इस उत्तरी छोर पर स्थित राजघाट से ही दक्षिण ओर फैली घाट श्रृंखला के साथ ही उस पार रेत तक उभर आई देव। देव दीपावली की अद्भुत छटा पर नजर डाल मोदी विभोर हो उठे।
घाट पर जहां आयोजकों की ओर से तैयारियों को दोपहर तक पूरा कर आयोजन को भव्य रुप देने की तैयारी पूरी कर ली गई, वहीं सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी का इंतजार था। मोदी के दीप जलाते ही उत्तरवाहिनी मां गंगा समेत नदियों और सरोवर कुंडों के तट पर लाखों दीपों की माला जगमगा उठी। धूप-दीप, गुग्गुल-लोबान की सुवास ने श्रद्धा के भाव संग शाम होते ही घाटों को गमकाया, तो घाटों की अर्ध चंद्राकार श्रृंखला भी आस्था के अपार सागर से ओतप्रोत नजर आई। घाटों की साज सज्जा ऐसी कि मानो स्वर्ग साक्षात मां गंगा के आंचल में समाने व्याकुल नजर आने लगा।
उन्होंने राजघाट पर ही पर्यटन विभाग की ओर से बनाई गई पावन पथ वेबसाइट को भी लॉन्च किया। पावन पथ वेबसाइट में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर को केंद्र में रख कर सभी देवालयों के बारे में जानकारी दी गई है। इसमें नौ दुर्गा, नौ गौरी, द्वादश ज्योतिर्लिग, छप्पन विनायक, अष्ट भैरव समेत लगभग डेढ़ सौ देवालयों का इतिहास-भूगोल सहेजा गया है। इस पर काशी से जुड़े तीज-त्योहारों के बारे में भी बताया गया है। पीएम मोदी का यह तेइसवां काशी दौरा है। हालांकि वे देव दीपावली पर पहली बार काशी आए हैं।