मुंबई
भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार के कारोबारी सत्र में लाल निशान में बंद हुआ। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 573.38 अंक या 0.70 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,118.60 और निफ्टी 169.60 अंक या 0.68 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 24,718.60 पर था। बाजार में गिरावट का नेतृत्व बैंकिंग शेयरों ने किया। निफ्टी बैंक 555.20 अंक या 0.99 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 55,527.35 पर था।
इसके अलावा ऑटो, पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल और एनर्जी इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। आईटी, रियल्टी और मीडिया इंडेक्स हरे निशान में थे।
लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी बिकवाली देखने को मिली। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 213 अंक या 0.37 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 58,227.45 पर था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 90 अंक या 0.49 प्रतिशत के दबाव के साथ 18,374 पर था। सेंसेक्स पैक में टेक महिंद्रा, टीसीएस, मारुति सुजुकी और सन फार्मा टॉप गेनर्स थे। आईसीटी, एसबीआई, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, टाइटन, कोटक महिंद्रा बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पावर ग्रिड, बजाज फिनसर्व, इटरनल और हिंदुस्तान यूनिलीवर टॉप लूजर्स थे।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड में रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "कमजोर वैश्विक संकेतों और विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी के कारण भारतीय इक्विटी बेंचमार्क में गिरावट का दबाव देखने को मिला। ईरान पर इजरायल के सैन्य हमले के बाद बढ़े भू-राजनीतिक तनाव से बाजार के सेंटीमेंट पर काफी असर पड़ा है।"
उन्होंने आगे कहा, "ब्रेंट क्रूड की कीमतें 76 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई हैं, जो इस साल का उच्चतम स्तर है, जिससे तनाव जारी रहने पर मुद्रास्फीति की आशंका बढ़ गई है। सोने की मांग मजबूत बनी हुई है, जो सुरक्षित-संपत्तियों की ओर बदलाव को दर्शाती है। निकट भविष्य में, भू-राजनीतिक स्थिरता लौटने तक बाजार सेंटीमेंट सतर्क रहने की संभावना है।"
भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई थी। सुबह करीब 9.33 बजे, सेंसेक्स 896.5 अंक या 1.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,795.44 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 278.5 अंक या 1.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,609.70 पर कारोबार कर रहा था।
इजरायल-ईरान संघर्ष से शेयर बाजार लाल निशान में बंद हुआ, सेंसेक्स 573 अंक फिसला
