TIL Desk लखनऊ:11 जून को हुए दलित युवती के हत्याकांड का खुलासा। 28 वर्षीय पूनम रावत को मौत के घाट उतरने वाला प्रेमी अरेस्ट। प्रेमी द्वारा पूनम पर शक करना बना पूनम की हत्या की वजह। मृतका के परिजनों ने जिनपर शक जता कर नामजद लिखाया था मुक़दमा, तफ्तीश में नहीं निकला उन लोगों का कोई कसूर। पुलिस ने सभी पहलुओं की गहराई से तफ्तीश कर असली कातिल को किया अरेस्ट।
सतीश राजपूत नामक आरोपी ने गला घोंट कर पूनम को उतारा था मौत के घाट। DCP West की सर्विलांस टीम और दुबग्गा पुलिस ने आरोपी को दबोचने में अहम निभाई भूमिका। DCP West डॉ0 दुर्गेश कुमार ने आरोपी को अरेस्ट करने वाली टीम को 10 हज़ार रुपये का ईनाम देने की घोषणा की। प्रेसवार्ता कर DCP West ने मामले का किया पर्दाफाश।
DCP West दुर्गेश कुमार ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि अभियुक्त लगातार युवती को परेशान कर रहा था वही युवती पर शादी का भी दबाव बना रहा था। और एक दिन युवती को अकेला पाकर अभियुक्त सतीश ने उसको पकड़ कर उसका गला घोंट कर मौत के घाट उतार दिया |
घटना की जानकारी मिलने के बाद डीसीपी वेस्ट ने अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए 3 टीमो का गठन किया था। वही बताया जा रहा है डीसीपी वेस्ट द्वारा एसीपी काकोरी थाना प्रभारी, दुबग्गा व चौकी प्रभारी जेहटा व डीसीपी वेस्ट की सर्विलांस टीम को अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिये गठित किया गया था।
कई सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद डीसीपी वेस्ट द्वारा गठित की गई टीमो को मिली कामयाबी। अभियुक्त सतीश राजपूत को मलहा अन्डर पास आउटर रिंग रोड कोतवाली दुबग्गा क्षेत्र से किया गया गिरफ्तार।