TIL Desk New Delhi/ सुप्रीम कोर्ट ने हिंदू विवाह को लेकर एक बड़ी टिप्पणी की है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि शादी शराब पीने-खाने, नाच-गाने या अनुचित दबाव में दहेज और गिफ्ट लेने-देने का आयोजन नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह एक संस्कार है, कोई लेन-देन नहीं है इसलिए इसके लिए सिर्फ प्रमाण पत्र काफी नहीं है. कोर्ट ने कहा कि हिंदू धर्म में सात फेरे और अन्य रीति रिवाज जरूरी हैं.
Recent Posts
- पूरे देश, यूपी के गांव वालों को गारंटी देने का काम प्रधनमंत्री ने किया है : डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक
- Phoenix Palassio Brings Christmas Cheer with a Spectacular Crestemas Carnival
- लखनऊ: सीएमएस स्कूल की 3rd क्लास की बच्ची ने वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया
- लखनऊ: पुलिस की दो अलग-अलग स्थानों पर हुई बदमाशों से मुठभेड़, 4 गिरफ्तार
- लखनऊ: क्रिसमस के अवसर पर कैथेड्रल चर्च में उमड़ी भारी भीड़
Most Used Categories
- State (16,490)
- हिंदी न्यूज़ (12,840)
- India (10,367)
- Uttar Pradesh (8,123)
- Delhi-NCR (7,200)
- Sports (6,228)
- Home (6,159)
- World (6,005)
- Entertainment (5,917)
- Business (5,643)