TIL Desk नयी दिल्ली: भारत के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के अपने पहले दौरे को सीखने वाला अनुभव बताया और ऑस्ट्रेलिया से 1-3 से हारकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी गंवाने के बाद और मजबूत होकर लौटने का संकल्प लिया।
श्रृंखला में 43.44 की औसत से 391 रन बनाकर दूसरे सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज रहे 23 वर्षीय जायसवाल ने पर्थ टेस्ट में 161 रन की शानदार पारी खेली जिसने भारत की 295 रन की जीत में अहम भूमिका निभाई।