TIL Desk Kanpur:👉पतंग मनुष्य के हौसले को बुलंदियों तक पहुंचने को प्रोत्साहित करती है। मनुष्य पतंग को आसमान में उड़ाकर यह अहसास कर सकता है कि उसके हाथों में भी आकाश छूने की क्षमता है। इसी सोच को आगे बढ़ाती है फिल्म गबरू गैंग की कहानी। कानपुर के रहने वाले और वर्तमान में दुबई में इंटरग्लोब डेवलपमेंट के प्रबंध निदेशक विवेक सिन्हा, समीर खान, आरती पुरी और अशोक गोयनका द्वारा निर्मित पतंगबाजी खेल पर आधारित पहली फिल्म गबरू गैंग की कहानी बहुत दिलचस्प, रोमांचक और प्रेरणादायी है। शनिवार को फिल्म निर्माता व निर्देशक समीर खान, अभिनेत्री आरती पुरी, अभिनेता अभिषेक दुहान, कमलप्रीत सिंह, बृजेश तिवारी सहित अन्य कलाकार फिल्म का प्रमोशन करने कानपुर पहुंचे। प्रशंसकों ने कलाकारों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
सुबह पूरी टीम केंद्रीय विद्यालय, कैंट में शिक्षकों और विद्यार्थियों के बीच पहुंची। स्कूल में अभिनेता अभिषेक और अभिनेत्री आरती पुरी से बच्चों ने पतंगबाजी पर आधारित फिल्म को लेकर उत्सुकता भरे प्रश्न पूछे। अभिषेक और आरती ने कहा कि कोई खेल छोटा बड़ा नहीं होता है। खिलाड़ी किस तरह किस खेल को खेलता है, ये अहम बात होती है। इसलिए हर व्यक्ति को ये फिल्म देखकर पतंगबाजी खेल को बढ़ावा देने के लिए आगे आना चाहिए। इसके बाद पूरी टीम सरसैया घाट गुरुद्वारा पहुंची और वहां मत्था टेककर गुरु का आशीर्वाद लिया। वहां प्रबंध कमेटी ने फिल्म के कलाकारों को सम्मानित किया।
छावनी स्थित स्टेटस क्लब में हुई प्रेसवार्ता में फिल्म निर्माता और निर्देशक समीर खान ने बताया कि ओम सूरज प्रोडक्शन, इंटरग्लोब डेवलपमेंट-बेलाट्रिक्स, किंग्समेकर एंटरटेनमेंट और अमृतसर टाकीज द्वारा निर्मित फिल्म गबरू गैंग के कलाकारों ने बेहतरीन अभिनय के जरिये खिलाड़ी की भावनाओं को बखूबी दर्शाया है। इसमें खेल और भावनाओं के बीच संतुलन बनाए रखा गया है। इस फिल्म को सफलता के शिखर पर ले जाने में शहर के कारोबारी विवेक सिन्हा की अहम भूमिका है।
फिल्म का निर्माण अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से शुरू होकर फिल्म का प्रीमियर संयुक्त अरब अमीरात के प्रसिद्ध गुरुद्वारे, दुबई में आशीर्वाद मिला। फिल्म 26 अप्रैल को भारत, यूएई, अमेरिका और कनाडा के थिएटरों में रिलीज होकर धूम मचा रही है। कलाकारों ने राष्ट्रीय स्तर पर पतंगबाजी खेल को पहचान दिलाने वाले पतंगबाज अफजल, महमूद, अकरम, टिंकू को सम्मानित किया। शाम को एन वाय सिनेमा (हीर पैलेस), मालरोड में दिव्यांग बच्चों व अभिभावकों को निश्शुल्क स्पेशल फिल्म दिखाई गई। फिल्म देखकर निकले दर्शकों ने फिल्म की कहानी और कलाकारों के अभिनय की खुले मन से प्रशंसा की।