दिल्ली डेस्क/ दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को लगा बड़ा झटका। महामहिम राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने संसदीय सचिव के पद को लाभ के पद के दायरे से बाहर रखने और दिल्ली सरकार के विधेयक को मंजूरी देने से इनकार कर दिया है। अब जब इस विधेयक को राष्ट्रपति की मंजूरी न ही मिली उसके कारण आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों की नियुक्ति पर सवालिया निशान लग गया है। मामले को देखते हुए आम आदमी पार्टी ने स्थिति पर विचार करने के लिए आपातकालीन बैठक की।
वहीं इस मामले पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। बता दें कि दिल्ली सरकार उन्हें छूट देने के लिए जो विधेयक लाई थी, उसे राष्ट्रपति ने खारिज कर दिया। अब यह मुद्दा राष्ट्रपति ने निर्वाचन आयोग को भेज दिया जिसने अर्ध न्यायिक इकाई के रूप में विधायकों से जवाब मांगा है गौरतलब हो की इनको अरविन्द केजरीवाल सरकार ने संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त किया था।
बता दें की दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने 13 मार्च 2015 को अपनी पार्टी के 21 विधायकों को संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त करने का आदेश पारित किया था। वहीं अब इस मामले पर अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी पर फिर से हमला करना शुरू कर दिया है। सीएम केजरीवाल ने मोदी पर हमला करते हुए ट्वीट करके लिखा की “पीएम मोदी जी लोकतंत्र का सम्मान नही करते हैं वह तो सिर्फ आम आदमी पार्टी से डरते हैं।