सुल्तानपुर डेस्क/ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को सीएम योगी पर तंज कसते हुए कहा कि हमारी लड़ाई सूबे के बाबा मुख्यमंत्री से है। जिन इंजीनियरों को पुल बनाने के काम में लगाया जाता है उन्हें सांड़ पकड़ने का जिम्मा दे दिया। यही नहीं जिन महिला शिक्षकों की जिम्मेदारी बच्चों को शिक्षा देने की है उन्हें दुल्हनों को सजाने संवारने का काम थमा दिया। अब सरकार के पास यही काम बचे रह गए हैं।
दरअसल, मिर्जापुर प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता का आदेश सामने आया है। इसके मुताबिक, विभाग के 9 जूनियर इंजीनियरों को 29 तारीख को सुबह पुलिस लाइन से बिरोही तक 8-10 रस्सियां लेकर तैनात रहने को कहा गया है। इनका काम आवारा जानवरों पर नजर रखना होगा और मुख्यमंत्री के गुजरने के वक्त अगर जानवरों के सड़क पर आने की आशंका हो तो उसे बांधकर रखेंगे। मिर्जापुर के डीएम सुशील पटेल ने कहा कि पत्र की जानकारी मिलने पर संबंधित अधिकारी से बात की गई है। उनका कहना है कि त्रूटिवश यह पत्र जारी हुआ है। इसे निरस्त करने की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने फोन पर यह भी सूचना दी है कि इसे निरस्त कर दिया गया है।
अखिलेश यादव ने कहा- मोदी और योगी सरकार को लेपटॉप से नहीं शौचालयों से प्रेम है। समाजवादियों के लेपटाॅप अभी भी चल रहे हैं और इनके शौचालय बंद हैं। 108 एंबुलेंस, 102 एंबुलेंस बर्बाद कर दी गई हैं। हम ये जानना चाहते हैं कि 100 नंबर को 112 करके पुलिस में क्या बदलाव आया। 100 नम्बर की गाड़ी का टायर बदलने की जगह सरकार ने स्टीकर बदला है। सीएए के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि केवल भारत में नहीं बल्कि दुनिया में जितनी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी हैं, सबमें सीएए का विरोध चल रहा है। सरकार मुसलमानों के साथ भेदभाव कर रही है।