नई दिल्ली डेस्क/ गणतंत्र दिवस पर राजधानी में हिंसा और लाल किले की घटना के संबंध में एक प्राथमिकी में पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू और गैंगस्टर से सामाजिक-सामाजिक कार्यकर्ता बने लक्खा सिधाना का नाम दिल्ली पुलिस ने दर्ज किया है।
दिल्ली पुलिस ने उत्तरी जिले के कोतवाली पुलिस स्टेशन पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है जिसमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला भी शामिल है।
किसानों के उपद्रव के दौरान ऐतिहासिक स्मारक के परिसर में तोड़फोड़ की गई। प्रदर्शनकारियों ने चेकिंग मशीनों, टिकट काउंटरों, फर्नीचर और रास्ते में आने वाली हर चीज को नष्ट कर दिया था। कुछ प्रदर्शनकारी किले की दीवारों पर चढ़ गए और अपना झंडा लगा दिया। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, 27 जनवरी से 31 जनवरी तक लाल किला आगंतुकों के लिए बंद रहेगा।
दिल्ली के पुलिस आयुक्त एस.एन. श्रीवास्तव ने कहा कि पुलिस ने लाल किले की हिंसा को गंभीरता से लिया है और इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने यह भी कहा कि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए चेहरा पहचान प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा।
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के संबंध में दर्ज एफआईआर में स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव, सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर और भारतीय किसान यूनियन की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ुनी सहित 37 किसान नेताओं का नाम लिया है।
अवीक साहा, जय किसान आन्दोलन और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के साथ दर्शन पाल सिंह, सतनाम सिंह पन्नू, बूटा सिंह बुर्जगिल और जोगिंदर सिंह उग्रहा का नाम भी प्राथमिकी में दर्ज है।
दिल्ली पुलिस ने बुधवार को किसान नेता दर्शन पाल को नोटिस जारी कर पूछा कि वो बताएं कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों न की जाए। 25 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं, 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अब तक 50 से अधिक प्रदर्शनकारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।