रामपुर डेस्क/ जौहर यूनिवर्सिटी में किसानों की जमीनों को कब्जाने के मामले में पुलिस ने आजम खान की बहन निखत से पूछताछ की। निखत अफलाक जौहर ट्रस्ट की कोषाध्यक्ष हैं। आजम की छोटी बहन नसरीन ने बताया कि उनकी बड़ी बहन निखत अपने घर में खाना खा रहीं थी, तभी दो महिला पुलिसकर्मी आईं और उन्हें बुर्का भी नहीं पहनने दिया और अपने साथ ले गईं।
आजम खान की पत्नी और राज्यसभा सांसद तंजीम फातिमा ने पत्रकारों को इस घटना की जानकारी दी। उन्होंने इसे पुलिस ज्यादती बताते हुए जुल्म की हद करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि 70 वर्ष से अधिक उम्र की एक बूढ़ी और बीमार महिला को जबरदस्ती उनके घर से धक्के देते हुए पुलिस ले गई, यह नाइंसाफी है।
तंजीम फातिमा ने कहा कि आजम खान की बड़ी बहन निखत को नमाज से पकड़कर घसीटते हुए पुलिस ले गई। उन्होंने कहा कि “क्या यह लोकतांत्रिक तरीका है? यही पुलिस की कार्यप्रणाली है कि अकेली औरत को घर से घसीटकर इस तरह से ले जाया जाए। अगर पुलिस को कुछ पूछना ही है तो सीधे कह देती।”
राज्यसभा सांसद ने बताया, “यह आजम खान की बड़ी बहन हैं और जिस तरह जौहर ट्रस्ट की मेंबर वह हैं, वैसे ही निखत भी हैं। जौहर ट्रस्ट के तो सात सदस्य हैं। पुलिस ने अभी तक बताया ही नहीं कि क्यों उठाया गया है। पुलिस कार्रवाई के नाम पर डरा-धमका रही है।”