चंडीगढ़ डेस्क/ हरियाणा के पंचकूला स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत ने गुरुवार को सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
पत्रकार रामचंद्र छत्रपति को अक्टूबर 2002 में गोली मारी गई थी। छत्रपति की अस्पताल में कई दिनों तक इलाज के बाद नवंबर में मौत हो गई।
अदालत ने इससे पहले 25 अगस्त, 2017 को दुष्कर्म के दो मामलों में गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिया था और 20 साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी।
पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्या मामले के अलावा गुरमीत, पूर्व डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह के हत्या मामले का सामना कर रहा है। इस मामले की सीबीआई अदालत में सुनवाई चल रही है।
रंजीत सिंह को जुलाई 2003 में गोली मारी गई थी। माना जाता है कि रंजीत, डेरा प्रमुख के बहुत से गलत कार्यो का राजदार था।