लखनऊ डेस्क/ पुरानी पेंशन बहाली पर मुख्य सचिव से सार्थक बातचीत नहीं होने पर ‘पुरानी पेंशन बहाली मंच’ के पदाधिकारियों ने 25 अक्तूबर से तीन दिन की हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि मुख्यमंत्री से वार्ता किए बिना इस मसले पर कोई रास्ता निकलने वाला नहीं है।
हरिकिशोर तिवारी ने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है। कहा कि मुख्यमंत्री को अधिकारियों पर सब कुछ न छोड़कर खुद भी कर्मचारियों, शिक्षकों और अधिकारियों से संवाद करना चाहिए। यदि हड़ताल तोड़ने के लिए उत्पीड़न का रास्ता अपनाया गया तो यह हड़ताल अनिश्चितकालीन में बदल जाएगी।
मंच के अध्यक्ष डॉ. दिनेश शर्मा और संयोजक हरिकिशोर तिवारी ने मंगलवार देर शाम यहां कहा कि मुख्य सचिव से बातचीत का कोई परिणाम नहीं निकला है। मुख्यमंत्री से बात होने की दशा में लिए गए निर्णय की सूचना जिला इकाइयों को अधिकृत तौर पर दी जाएगी।
कुछ संगठन भ्रम फैला सकते हैं, इसलिए उनसे सावधान रहें। उन्होंने दावा किया कि मंगलवार को मोहनलालगंज, सरोजनीनगर, बख्शी का तालाब सहित प्रदेश की 120 तहसीलों में कार्यक्रम किए गए।