नई दिल्ली डेस्क/ कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एन.डी. तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी का मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। पुलिस उपायुक्त विजय कुमार ने बताया कि डिफेंस कॉलोनी निवासी रोहित शेखर तिवारी को उनकी पत्नी और मां दक्षिण दिल्ली के मैक्स अस्पताल लेकर गईं, लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी। कुमार ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है।
एन.डी.तिवारी का निधन बीते साल 18 अक्टूबर को हुआ था। साल 2008 में रोहित शेखर ने अदालत में मामला दायर कर खुद को एन.डी.तिवारी का बेटा बताया था। शुरू में उन्होंने इससे इनकार किया, लेकिन बाद में डीएनए जांच से साबित हुआ कि रोहित, एन.डी.तिवारी के पुत्र हैं। इसके बाद तिवारी ने 2014 में 89 साल की उम्र में रोहित शेखर की मां से शादी की थी।
रोहित शेखर ने दावा किया था कि एन.डी. तिवारी उनके जैविक पिता हैं और इसे साबित करने के लिए उन्होंने साल 2008 में कोर्ट में मुकदमा दायर किया था, जिसपर कोर्ट ने डीएनए टेस्ट कराने का आदेश दिया था। पहले तो एन.डी. तिवारी ने डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल देने से इनकार कर दिया था। बाद में उन्होंने कोर्ट के आदेश को मानते हुए कानूनी रूप से रोहित को अपना बेटा माना था और संपत्ति का वारिस बनाया।