लखनऊ डेस्क/ बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी किसी भी राज्य में कांग्रेस के साथ कोई भी चुनावी समझौता अथवा तालमेल नहीं करेगी। उन्होंने मंगलवार को पार्टी नेताओं के साथ बैठक की।
रिपोर्ट के अनुसार हुए मायावती ने कहा, ‘पिछले गठबंधनों में ऐसा देखा गया है कि बसपा को अपने वोट ट्रांसफर करवाने में कांग्रेस असफल रही।’ इससे पहले जनवरी में सपा के साथ गठबंधन की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा था, ‘हमें कांग्रेस के साथ गठबंधन में कोई फायदा होता नज़र नहीं आता।’
पार्टी द्वारा जारी बयान में कहा गया कि बैठक में उन राज्यों में भी पार्टी की तैयारियों की विशेष समीक्षा की गई जिन राज्यों में बसपा पहली बार गठबंधन कर लोकसभा चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने अपने बयान में कहा, ‘बसपा किसी भी राज्य में कांग्रेस के साथ किसी भी प्रकार का, कोई भी चुनावी समझौता अथवा तालमेल आदि कर यह चुनाव नहीं लडे़गी।’
उन्होंने कहा कि बसपा और सपा का गठबंधन दोनों तरफ़ से आपसी सम्मान व पूरी नेक नीयत के साथ काम कर रहा है तथा उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व मध्य प्रदेश में यह ‘फर्स्ट एंड परफेक्ट अलाएंस’ माना जा रहा है जो सामाजिक परिवर्तन की ज़रूरतों को भी पूरा करता है तथा भाजपा को परास्त करने की क्षमता रखता है।मायावती ने बयान में दावा किया कि बसपा से चुनावी गठबंधन के लिए कई दल काफी आतुर हैं, लेकिन थोड़े से चुनावी लाभ के लिए हमें ऐसा कोई काम नहीं करना है जो पार्टी के हित में बेहतर नहीं है।
मालूम हो कि बीते दिनों बसपा और सपा ने लोकसभा चुनाव साथ लड़ने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश में सपा और आरएलडी (राष्ट्रीय लोक दल) के साथ हुए गठबंधन के तहत बसपा 80 लोकसभा सीटों में 38 पर चुनाव लड़ेगी। दूसरी ओर समाजवादी पार्टी 37 सीटों और आरएलडी तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। ये तीनों सीटें पश्चिमी उत्तर प्रदेश की हैं। यह गठबंधन रायबरेली और अमेठी में कोई प्रत्याशी नहीं उतारेगा।