नई दिल्ली डेस्क/ भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने मोबाइल टावर कंपनी भारती इंफ्राटेल को इंडस टावर्स लिमिटेड में मिलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। भारती इंफ्राटेल ने आज यह जानकारी दी।
गत अप्रैल में भारती एयरटेल , आइडिया सेल्युलर और वोडाफोन समूह ने इंडस टावर्स और भारती इंफ्राटेल के विलय के लिए समझौते की घोषणा की थी। इस विलय से बनी नई कंपनी 22 दूरसंचार सेवा क्षेत्रों में 1.63 लाख टावरों के साथ चीन के बाहर दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल टावर कंपनी बन जाएगी।
कंपनी ने शेयर बाजार को बताया , ” भारती इंफ्राटेल और इंडस टावर्स लिमिटेड के प्रस्तावित विलय को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग की मंजूरी मिल गयी है। “
विलय के बाद बनने वाली कंपनी के पास इंडस टावर्स की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। इंडस टावर्स में इस वक्त भारती इंफ्राटेल (42 प्रतिशत), वोडाफोन (42 प्रतिशत), आइडिया ग्रुप (11.15 प्रतिशत) और प्रोविडेंस (4.85 प्रतिशत) हिस्सेदारी है।
सौदे के बाद बनी कंपनी का परिचालन भारती एयरटेल और वोडाफोन संयुक्त रूप से करेगी। यह सौदा चालू वित्त वर्ष 2018-19 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।