कोलकाता डेस्क/ कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने बिजली उत्पादक संयंत्रों से मॉनसून के दौरान कोयले की खपत नहीं घटाने की अपील की है। सीआईएल की ओर से बुधवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मॉनसून में बिजली उत्पादन घटने से कोयले की मांग कम होने की सूरत में बिजली कंपनियां कोयले का स्टॉक बनाएं, ताकि बाद में जरूरत के अनुसार उसका उपयोग किया जा सके।
सीआईएल ने कहा कि बीते वित्त वर्ष से ही अधिकांश बिजली उत्पादक संयंत्र संकट में रहे हैं, क्योंकि उन्होंने 2016-17 में उत्पादन मांग कम होने पर कोयले की मांग रोक दी थी और 2017-18 में बिजली की मांग में तेजी आने पर बचे हुए कोयले के भंडार का इस्तेमाल करने लगी थी।
सीआईएल के अनुसार, अगर वे उनके संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति के लिए लॉजिस्टिक्स की बाध्यताओं को समझते तो वैसी नौबत नहीं आती। कंपनी ने कहा कि केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) द्वारा निर्धारित मानदंड के अनुसार बिजली संयंत्रों को कोयले का सुरक्षित भंडार बनाए रखना होता है। कोल इंडिया और रेलवे साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि देश में बिजली संयंत्रों को पर्याप्त कोयला मुहैया करवाना सुनिश्चित हो सके।