लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश सरकार शिवरात्रि और होली जैसे आगामी त्योहारों के मद्देनजर 13 से 27 मार्च यानी 15 दिनों तक ‘फोकस सैंपलिंग’ अभियान चलाएगी। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद के अनुसार, त्योहारी सीजन के लिए ड्राइव का फोकस प्रवासी श्रमिक और दूसरे राज्यों से आने वाले लोग होंगे।
उन्होंने कहा, “होली के दौरान, अन्य राज्यों और क्षेत्रों के लोग जश्न मनाने के लिए अपने घरों में वापस आते हैं। इस अवधि के दौरान बहुत सारे आवागमन होते हैं।”
अधिकारी ने कहा, “फोकस किए गए ड्राइव में शामिल लोग ऐसे लोग होंगे जो संक्रमण की उच्च दर वाले राज्यों से लौट रहे हैं, जो लोग रंग और पानी की बंदूकें बेचते हैं, जो रेस्तरां और ‘ढाबों’ में काम करते हैं और जो शराब और भांग की दुकानों में काम रके हैं वे लोग शामिल हैं।”
एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि सरकार होली मिलन कार्यक्रमों और कवि सम्मेलन पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है, जो आमतौर पर भारी भीड़ और लोगों को आकर्षित करते हैं।
उन्होंने कहा, “हमने अभी तक फैसला नहीं किया है, क्योंकि इस तरह के कार्यो में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर पानी काफी असंभव है। हम कुछ कार्यक्रम को सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ रखने की अनुमति दे सकते हैं।”
इस बीच, सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का पहला वैक्सीन का 20 लाख खुराक देने वाला राज्य बन गया है।