लखनऊ डेस्क/ शायर मुनव्वर राना की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। उनके खिलाफ हजरतगंज कोतलवाली में एफआईआर दर्ज कराई गयी है। उन पर आरोप है कि उन्होंने भगवान वाल्मीकि की तुलना तालिबानियों से कर के दलित समाज का अपमान किया है और हिंदू आस्था को चोट पहुंचाई है। इंस्पेक्टर श्यामबाबू शुक्ला ने बताया, “पीएल भारती ने शुक्रवार को तहरीर दी थी, जिसके आधार पर एफआइआर दर्ज हुई है। इसके साथ ही अखिल भारत हिंदू महासभा के शिशिर चतुर्वेदी ने भी तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। अमर नाथ प्रजापति ने भी मुनव्वर राना के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है।”
मुनव्वर राना ने तालिबान पर चर्चा के दौरान विवादित बयान दिया था। उन्होंने तालिबान की तुलना महर्षि वाल्मीकि से की थी। इस बयान की हर तरफ आलोचना हो रही है और महर्षि बाल्मीकि के अनुयायी बेहद नाराज हैं। सामाजिक सरोकार फाउंडेशन के उपाध्यक्ष पीएल भारती ने आरोप लगाया है कि मुनव्वर राना के बयान से धार्मिक भावना आहत हुई है। यही नहीं संप्रदाय वर्गों में व कटुता फैली है। यही नहीं दलित समाज के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।
पीएल भारती के अलावा डा. आंबेडकर महासभा ट्रस्ट के अध्यक्ष डाक्टर लालजी प्रसाद निर्मल ने भी हजरतगंज कोतवाली में तहरीर दी है। उनका आरोप है कि मुनव्वर राना ने भगवान वाल्मीकि की तुलना तालिबानियों से कर के दलित समाज का अपमान किया है और हिंदू आस्था को चोट पहुंचाई है। निर्मल ने बताया कि बौद्ध जगत पहले ही तलिबानियों से खफा है। क्योंकि ओबियान में भगवान बुद्ध की प्रतिमा को तलिबानियों ने डाइनामायट से उड़ा दी है। बाद में जपान ने बनावाया था। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से मुनव्वर राना अपने बयानों को लेकर लगातार चर्चा में बने हुए हैं। हाल में ही उनके बेटे पर भी एफआईआर दर्ज की गई थी।