चेन्नई डेस्क/ हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड अपनी नई सैंट्रो कार की घरेलू बाजार में आठ-नौ हजार इकाइयां बेचने के लक्ष्य के साथ हर साल 20-30 हजार कारें विदेशों में निर्यात करने की योजना बना रही है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि सैंट्रो मॉडल के लिए 2019 में कुल बिक्री का लक्ष्य 1,20,000 रखा गया है।
यहां कंपनी के संयंत्र में नई सैंट्रो का अनावरण करते हुए प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) वाई.के. कू ने संवाददाताओं को बताया कि नई कार से हुंडई मोटर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 0.5-1 फीसदी तक बढऩे की उम्मीद है। कंपनी ने 2017 में बाजार में कुल 16 फीसदी की हिस्सेदारी बताई थी।
उन्होंने कहा कि कंपनी नए मॉडलों की ऑनलाइन बुकिंग बुधवार से 22 अक्टूबर तक करेगी। सैंट्रो के नए मॉडल पर तीन साल या एक लाख किलोमीटर की वारंटी और तीन साल का रोड साइड असिस्टेंट मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पहले 50,000 ग्राहकों के लिए बुकिंग राशि 11,100 रुपये है। कू के अनुसार, सैंट्रो दो संस्करणों -पेट्रोल और सीएनजी में आएगी।
कू ने कहा, ‘‘सैंट्रो के साथ लंबी और छोटी कार के सेगमेंट में चुनौती पेश करेंगे। हालांकि कंपनी को उम्मीद है कि सैंट्रो सेगमेंट (मिड सेगमेंट) 30 फीसदी बाजार हिस्सेदारी हासिल करेगा।’’ कंपनी ने सैंट्रो की ऊंचाई घटाकर 1,560 मिलीमीटर कर दी है तथा इसकी लंबाई बढ़ाकर 3,610 मिलीमीटर कर दी है। पुरानी सैंट्रो कार 1,590 मिमी ऊंची तथा 3,565 मिमी लंबी थी।
उन्होंने स्वीकार किया कि नए मॉडल के लिए कंपनी ने ऊंची कीमत पर नया ब्रांड बनाने की अपेक्षा लोकप्रिय सैंट्रो कार को उठाने का फैसला किया। ब्रांड विशेषज्ञ और ‘हरीश बिजूर कंसल्ट्स इंक’ के संस्थापक हरीश बिजूर ने आईएएनएस से कहा, ‘‘सैंट्रो भारत में हुंडई के सफल ब्रांड्स में रहा है।’’