नई दिल्ली डेस्क/ पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने मंगवालर को एययरसेल-मैक्सिस सौदा मामले में सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) के आरोप पर खुद अपना बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने एफआईपीबी के प्रस्ताव पर सौदे को मंजूरी प्रदान की थी।
चिदंबरम ने ट्वीट के जरिए कहा, “सीबीआई ने अपना आरोपपत्र एक अखबार को लीक कर दी क्योंकि वह (सीबीआई) मीडिया ट्रायल करवाना चाहती है। सौभाग्य से हमारे कानूनी तंत्र के तहत जांच सिर्फ अदालत में हो सकती है।”
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, “विदशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) यह तय करता है कि प्रस्ताव वित्त मंत्रालय की कार्यनिर्वाह क्षमता के अधीन है। एफआईपीबी ने मेरे पास प्रस्ताव रखा और मैंने 20 अन्य प्रस्तावों के साथ इसे मंजूरी दी।”
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सीबीआई ने आरोपपत्र में दावा किया है कि चिदंबरम ने एफडीआई को तकनीकी तौर पर मंजूरी प्रदान नहीं की, बल्कि वह मनगढंगत है। वह सवाल उठाते रहे हैं, लेकिन उन्होंने एयरसेल-मैक्सिस के मामले में जानबूझकर मौजूदा दिशानिर्देश को नजरंदाज किया ताकि उसे आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति के पास न भेजा जाए। प्रवर्तन निदेशालय ने 24 अगस्त को एयरसेल-मैक्सिस सौदा मामले में चिदंबरम से पूछताछ की थी।