पटना डेस्क/ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आमतौर शांत राजनीतिज्ञ के रूप में जाने जाते हैं, लेकिन सोमवार को विधानमंडल में मुख्यमंत्री को गुस्सा में देखा गया।
उन्होंने गुस्से में राजद के एक विधान पार्षद को नियम सीखने तक की सलाह दे दी। दरअसल, विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान विधान परिषद की कार्यवाही चल रही थी। इसी दौरान राजद के एक विधान पार्षद द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर में ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज उत्तर दे रहे थे।
मंत्री के जवाब से संतुष्ठ नहीं हुए राजद विधान पार्षद ने फिर से पूरक प्रश्न पूछा, मंत्री अभी उस पूरक प्रश्न का जवाब देने के लिए खड़े हुए ही थे कि राजद विधान पार्षद सुबोध कुमार बिना सभापति के अनुमति के खड़े हो गए और पूरक प्रश्न पूछने लगे।
इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद खड़े हो गए और सुबोध राय को नसीहत देने लगे। उन्होंने सुबोध राय को समझाना शुरू किया कि यह सही तरीका नहीं है। मंत्री पूरक सवाल का जवाब देंगे। इस बीच में उन्हें सवाल करने का अधिकार नहीं है।
इस दौरान जब सुबोध राय भी मुख्यमंत्री को जवाब देने लगे तब नीतीश कुमार काफी गुस्से में दिखे और उन्होंने कहा कि पहले नियम जान लो, बीच में यूं ही नहीं बोलना चाहिए, बैठ जाइए।
उन्होंने कहा, “उन्हें किसी पर कोई एतराज नहीं है, जब नियम का उल्लंघन होता है, तो बताने के लिए खडा होता हूं।” उन्होंने आग्रह भी किया कि सभी को सदन का नियम कानून जाना चाहिए।