नई दिल्ली डेस्क/ सरकार चीन से आयातित सिंथेटिक रबड़ पर डंपिंग रोधी शुल्क लगा सकती है। इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से वाहन और अन्य उद्योगों में होता है। सिंथेटिक रबड़ पर 0.078 से 7.31 डॉलर प्रति किलोग्राम की दर से डंपिंग रोधी शुल्क लगाने की सिफारिश की गई है।
वाणिज्य मंत्रालय की जांच इकाई व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने कहा कि चीन से आयातित ‘फ्लोरोइलास्टोमर्स’ पर डंपिंग रोधी शुल्क लगाने से डंपिंग के असर को कम किया जा सकेगा।
डीजीटीआर ने अधिसूचना में कहा कि प्राधिकरण को सिंथेटिक रबड़ के आयात पर डंपिंग रोधी शुल्क लगाना जरूरी लगता है। यह शुल्क 18 माह के लिए लगाया जाएगा। इस बारे में अंतिम फैसला वित्त मंत्रालय को करना है।
डीजीटीआर ने जनवरी, 2018 में गुजरात फ्लोरोकेमिकल्स की शिकायत पर जांच शुरू की थी। शिकायतकर्ता का कहना था कि चीन से इस उत्पाद की डंपिंग की जा रही है।