लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हुए बवाल पर अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था आनंद कुमार ने सोमवार को कहा कि पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन हो गया है। एडीजी (इंटेलीजेंस) को भी जांच सौंपी गई है। एडीजी (मेरठ जोन) एसआईटी की अगुवाई करेंगे। उन्होंने बताया, “इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की जा रही हैं। तनाव को देखते हुए घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। 48 घंटे में गोपनीय इंक्वायरी की रिपोर्ट भी मिल जाएगी। अभी 5 कंपनी आरएफ और 6 कंपनी पीएसी लगाई गई है।” आनंद कुमार ने पत्रकारों से वार्ता में कहा, “इस मामले में किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। जो भी मामले दर्ज होंगे, सबकी जांच एसआईटी करेगी। हमारे सीओए चौकी इंचार्ज, सबइंस्पेक्टर घायल हैं, जिनका उपचार चल रहा है।”
उन्होंने बताया कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की मौत पत्थर लगने से हुई है। इंस्पेक्टर पर गांववालों ने फायरिंग भी की थी। हालात अब नियंत्रण में है। गांव चिंगरावठी गोवंश के अवशेष मिले थे, जिसकी सूचना स्याना के इंस्पेक्टर को दी गई थी। इसके बाद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने उत्तेजित ग्रामीणों को समझाया-बुझाया। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने गोवंश के अवशेष को लेकर पुलिस स्टेशन को घेर लिया और जाम लगा दिया। एक बार फिर वार्ता के जरिए समझाया गया। शुरुआत में ग्रामीण सहमत हो गए। बाद में ग्रामीणों ने पुलिस चौकी पर पथराव शुरू कर दिया।
उन्होंने बताया कि करीब 400 लोगों की भीड़ थी, जो आसपास के गांवों से आए थे। उन लोगों ने करीब 15 वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) ने बताया कि पुलिस की तरफ से हवाई फायरिंग हुई। ग्रामीणों की तरफ से भी जमकर फायरिंग की गई। इंस्पेक्टर को सिर में किसी ‘ब्लंट ऑब्जेक्ट’ से चोट लगी। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश पुलिसकर्मियों ने की, लेकिन उन्हें ले जाने नहीं दिया गया। इसके बाद किसी तरह उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां अधिक रक्त स्राव की वजह से उनकी मौत हो गई।
डॉक्टरों का प्रथम दृष्टया कहना है कि किसी ब्लंट ऑब्जेक्ट से चोट लगने और अधिक रक्त बहने की वजह से मौत हुई है। फिलहाल मौत के बाद पोस्टमार्टम में वजह का खुलासा होगा। इस हिंसा में सुमित पुत्र समरजीत सिंह की भी मौत हो गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा होगा कि इंस्पेक्टर और सुमित की मौत कैसे हुई। एडीजी आनंद कुमार ने बताया कि मामले में एसआईटी की जांच गठित की जा रही है। उन्होंने बताया कि मामला गंभीर है और किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। पथराव में चार से पांच पुलिस वाले भी घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। हिंसा में कुछ ग्रामीण भी घायल हुए हैं, मगर कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं है।
उन्होंने कहा कि मामले में मुख्यमंत्री ने दुख व्यक्त करते हुए कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी के शक में हुए बवाल स्याना थाने के इंस्पेक्टर की मौत हो गई। हत्या के बाद इलाके में तनाव का माहौल है, जिसे देखते हुए कई जिलों की पुलिस, पीएसी और आरएएफ को बुला लिया गया है। मामले में गृह विभाग भी पैनी नजर बनाए हुए है। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार मामले में पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। प्रमुख सचिव (गृह) अरविंद कुमार ने बुलंदशहर के एसपी और डीएम से मामले की पूरे मामले में पैनी नजर रखने को कहा है।