लखनऊ डेस्क/ कभी भाजपा सरकार के सहयोगी रहे पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर पर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में लॉकडाउन के उल्लंघन का केस दर्ज किया गया है। दरअसल, छह मई को राजभर ने करीमुद्दीनपुर क्षेत्र के एक गांव में लॉकडाउन के बीच चौपाल लगाई। जिसमें राजभर ने पीएम मोदी के अलावा केंद्र व प्रदेश सरकार पर आपत्तिजनक बयान दिया। इस दौरान उनके समर्थकों ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई। चौपाल का वीडियो भी सामने आया है।
चौपाल में पूर्व मंत्री राजभर ने कहा- मोदी सरकार ने 68 हजार करोड़ रुपए उद्योगपतियों का माफ कर दिया। उन्होंने ग्रामीणों की तरफ इशारा करते हुए कहा- यदि आपने कोई कर्ज लिया होगा तो वह माफ नहीं होगा। यदि ये पैसा मुझे मिल जाए तो सभी को एक-एक करोड़ रुपए दे दूं। मोदी जैसा झूठा, दगाबाज इस धरती पर कोई नहीं है। रूपए की खातिर अलग से फंड बनाया गया है।
करेाड़ों रुपए आया है। वह रुपए कहां इस्तेमाल होगा, पता नहीं। उतना रुपए यदि सबको दे दिया जाएग तो किसी के घर बीमारी नहीं होती। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक पैसे ले रहे हैं तो प्रधान भी ले रहा है। ये हमारा अनुभव है। पंडित जी शहीद हुए तो 50 लाख रुपए और नौकरी और यदि कोई ओबीसी मरा तो एक भी रूपया नहीं। बैकवर्ड होने की सजा दी जा रही है। दो साल के बाद स्थिति वो पैदा करूंगा कि देश को रुपए की कमी नहीं होगी।
पुलिस अधीक्षक डॉक्टर ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने 6 मई को करीमुद्दीनपुर क्षेत्र में अपने समर्थकों के साथ चौपाल लगाई थी। जिसमें पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर और उनके समर्थकों ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई थी। मामला संज्ञान में आते ही पूर्व मंत्री और उनके समर्थकों पर लॉकडाउन उल्लंघन में कार्रवाई की गई है।