नई दिल्ली डेस्क/ देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक ‘स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया’ के बचत खाता धारकों को अब अपने एकाउंट से चौथे ट्रांजैक्शन के बाद पैसा निकालने के लिए अलग से शुल्क अदा करना होगा।
ख़बरों के मुताबिक़ सेविंग एकाउंट होल्डर हर महीने अपने खाते से केवल चार-बार निशुल्क लेन-देन कर सकेंगे। इन खाता धारकों को साल में 10 पन्नों के चेकबुक के अलावा अतिरिक्त चेक बुक जारी करने पर भी अलग से पैसा देना होगा।
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने इन सेवाओं को ‘एडिशनल वैल्यु ऐडेड सर्विसेज’ की कैटगिरी में रखा है और इसके लिए ग्राहकों से 15 रुपये से 75 रुपये तक वसूले जाएंगे हैं।
बचत खाता धारकों के लिए गैरवित्तीय लेन-देन और पैसा भेजने या मंगाने की सुविधा बैंक शाखाओं, एटीएम, सीडीएम (कैश डिस्पेंसिंग मशीन) पर निशुल्क उपलब्ध होगी।
एसबीआई ने कहा है कि बैंक शाखाओं, एसबीआई या किसी अन्य बैंक के एटीएम से केवल चार बार ही नकद निकासी निशुल्क की जा सकेगी लेकिन इसके बाद पांचवीं बार से नकद निकालने से 15 रुपये (और जीएसटी) वसूला जाएगा।
एक वित्तीय वर्ष में दस पन्नों का चेकबुक निशुल्क दिया जाएगा और उसके बाद दस पन्ने का चेकबुक जारी करने पर 40 रुपये (और जीएसटी) और 25 पन्नों के चेकबुक के लिए 75 रुपये (और जीएसटी) का भुगतान करना होगा।
इमर्जेंसी पड़ने पर दस पन्ने के चेकबुक के लिए 50 रुपये (और जीएसटी) का शुल्क तय किया गया है | हालांकि स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने कहा है कि वरिष्ठ नागरिकों को चेक बुक सविधा निशुल्क मिलेगी।