लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, “हमने वैसा कभी नहीं किया, जैसा कि पिछली सपा सरकार के कार्यकाल में बने गोमती रिवरफ्रंट में हुआ था।”
उन्होंने कहा कि यूपी इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन से दुनिया में उत्तर प्रदेश के प्रति नजरिया बदले के लिए ऐसे आयोजन हो रहे हैं। इसमें चार लाख 68 हजार करोड़ के निवेश आया है, जिसमें से 60 हजार करोड़ के मुद्दे धरातल पर उतर आए हैं। बचे हुए निवेशों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री विधान परिषद में सपा सदस्य आनंद भदौरिया द्वारा लखनऊ में यूपी इन्वेस्टर्स समिट सजावट के नाम पर 85 लाख 54 हजार 26 रुपये के घोटाले के आरोप का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि जनवरी 2015 में उसका डीपीआर 157 करोड़ का था। कार्य शुरू होते होते यह 357 करोड़ हो गया और मार्च 2017 तक 1400 करोड़ खर्च होने के बावजूद केवल 60 प्रतिशत कार्य ही हुआ था।
योगी ने कहा कि पिछली सरकार पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे को 16 हजार करोड़ रुपये में बनवा रही थी, हम 11 हजार करोड़ रुपये में बनवा रहे हैं। यह पांच हजार करोड़ रुपये कहां जा रहा था। किसी भी भ्रष्ट व्यक्ति को किसी भी स्तर पर सरकार के खजाने या जनता की जेब पर डाका डालने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि सदस्य ने जो गड़बड़ियों का मुद्दा उठाया है, वे सरकार की ही जांच में सामने आई हैं। इन पर अभी जांच चल रही है। सरकार ने पूरी पारदर्शिता के लिए ई-टेंडरिंग की व्यवस्था की है।