लखनऊ डेस्क/ लखनऊ की कोविड प्रभारी अधिकारी डा. रोशन जैकब के पत्र का हवाला देते हुए चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक सौरभ बाबू ने कोरोना जांच रिपोर्ट पोर्टल में गलत ब्यौरा दर्ज़ किये जाने की मामले में केजीएमयू (किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय) के कुलसचिव व एसजीपीजीआइ (संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान) व लोहिया संस्थान के निदेशक को पत्र लिखकर जवाब मांगा है।
दरअसल यूपी की राजधानी लखनऊ में कोरोना जांच रिपोर्ट पोर्टल में गलत व अधूरा ब्योरा दर्ज किए जाने का मामला सामने आया है। इसमें एक से 20 मई के दौरान 8876 मरीज लापता हैं, यानी स्वास्थ्य विभाग उन्हें ट्रेस नहीं कर पा रहा है।
पत्र के जरिए डा. रोशन जैकब ने कहा कि जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि बहुत से लैब एक ही व्यक्ति की कई बार आरटीपीसीआर जांच करने के लिए हर बार अलग-अलग आइडी ले रहे हैं। इन वजहों से ऐसे लोगों के यहां जब रैपिड रिस्पांस टीम जा रही है तो पता चल रहा कि उन्हें अब किट की जरूरत नहीं है। इससे कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। ऐसे में टीम का समय भी खराब हो रहा है। स्वास्थ्य महानिदेशक सौरभ बाबू ने तीनों संस्थानों को चेतावनी दी है कि सही ब्योरा दर्ज नहीं किया गया तो संपूर्ण दायित्व आपको लेना पड़ेगा।